जामताड़ा: जामताड़ा में इन दिनों जहां एक ओर लगातार बारिश के चलते धान की रोपाई पिछड़ रही है, वहीं दूसरी ओर जिला कृषि पदाधिकारी लव कुमार ने किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए खुद खेत में उतरकर मिसाल पेश की। उन्होंने नंगे पांव कीचड़ भरे खेत में जाकर किसानों के साथ धान की रोपाई की और संदेश दिया कि प्रशासन किसानों के साथ हर कदम पर खड़ा है।
लव कुमार ने बताया कि जामताड़ा में अब तक मात्र 30 फीसदी खेतों में ही धान की रोपाई हो सकी है, जबकि आमतौर पर सावन के पहले और दूसरे सप्ताह तक 70 प्रतिशत खेतों में रोपाई पूरी हो जाती है। इस बार 14 जून से 16 जुलाई तक लगातार बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया, जिससे किसान समय पर बीज (बिचड़ा) नहीं डाल पाए।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जामताड़ा जिले में अब तक 389.5 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि जुलाई के अंत तक 660 मिमी वर्षा का अनुमान है। अत्यधिक बारिश से खेतों में जलजमाव हो गया और रोपाई का कार्य बाधित हुआ।
अब बारिश थमने के बाद खेतों से पानी निकालने का कार्य जोरों पर है और 17 जुलाई से किसान पुनः खेतों में उतर गए हैं। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि मौसम साफ होते ही खेतों में हल्का सूखापन लाने की कोशिश की जा रही है, ताकि जल्दी से जल्दी बीज डाला जा सके और रोपाई पूरी हो।
लव कुमार ने खेतों में काम कर रहे किसानों से संवाद भी किया और उन्हें तकनीकी सहायता तथा बीज वितरण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले में कृषि उत्पादन को लक्ष्य के अनुरूप पहुंचाने के लिए प्रशासन हरसंभव मदद करेगा।
रिपोर्टर: चुमन कुमार