रांची: झारखंड में राज्य सरकार द्वारा संचालित शराब दुकानों का ऑडिट कार्य अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाया है, जिससे राज्यभर में शराब की बिक्री प्रभावित हो रही है। JSBCL ने पहले पांच जुलाई तक राज्य की सभी 1453 दुकानों का ऑडिट और हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था। हालांकि अब तक केवल 750 दुकानों का ही ऑडिट कार्य पूरा हो पाया है।
ऑडिट पूरा हो चुकी दुकानों से फिलहाल शराब की बिक्री पूरी तरह से बंद है। वहीं, कई अन्य दुकानों में हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया लंबित होने के कारण शराब की आपूर्ति बाधित हो गई है। इस स्थिति को लेकर झारखंड शराब व्यापारी संघ के प्रदेश महासचिव सुबोध कुमार जायसवाल ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जहां दुकानें खुली हैं, वहां भी शराब की आपूर्ति नहीं हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि ऑडिट प्रक्रिया में तेजी लाई जाए और जल्द से जल्द नयी उत्पाद नीति लागू की जाये।
बताया जा रहा है कि ऑडिट के दौरान दुकानों में मौजूद शराब के स्टॉक, बिक्री की स्थिति और जमा राशि का सत्यापन किया जा रहा है। जब तक पूरी प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी दुकान को संचालन की अनुमति नहीं दी जायेगी। जिला प्रशासन को अगले सप्ताह तक सभी लंबित ऑडिट कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच, राज्यभर के उपभोक्ताओं को शराब की अनुपलब्धता का सामना करना पड़ रहा है, जिससे नाराजगी भी देखी जा रही है। व्यापारी संघ ने चेताया है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो राज्य में शराब बिक्री पूरी तरह ठप हो सकती है।