डिजीटल डेस्क : Big Confession – पाकिस्तान ने आखिरकार विधिक तौर पर कानूनी मामले की सुनवाई में इस बात को कबूला है कि पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) पाकिस्तान का नहीं है बल्कि यह विदेशी जमीन है। इस तथ्य के सामने आते ही न सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप बल्कि पूरी दुनिया में इस मुद्दे पर पाकिस्तान अपने पुराने किए गए दावों पर बेनकाब हो गया है। भारतीय संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ दिनों पहले ताल ठोंककर दावा किया था कि पीओके भारत का हिस्सा और भारत उसे लेकर रहेगा। अब पाकिस्तान सरकार की ओर से इसी मसले पर इस्लामाबाद हाईकोर्ट दिए गए बयान से अंतरराष्ट्रीय सियासत गरमाने की संभावना बढ़ गई है।
पाक सरकार के वकील का बयान- पीओके पाकिस्तान के क्षेत्राधिकार में नहीं
भारत पीओके को अपना अभिन्न अंग मानता है और इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख मंचों पर यह दावा करने में कभी पीछे नहीं रहा। अब पाकिस्तान ने खुद माना है कि पीओके उसके क्षेत्राधिकार में नहीं है और विदेशी जमीन है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पाकिस्तान के एक सरकारी वकील ने ही इस संबंध में चौंकाने वाला दावा किया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को पाकिस्तान आजाद कश्मीर कहता है और वह भूभाग उसके क्षेत्राधिकार में नहीं आता। यह दावा पाकिस्तान के सरकारी वकील ने हाईकोर्ट में सरकार का पक्ष रखने उसके बचाव के क्रम में कहीं। कोर्ट में कही गई यह बात तुरंत मीडिया में तेजी से फैलनी शुरू हुई है।
इस्लामाबाद कोर्ट में अगवा कवि अहमद फरहाद संबंधी मामले की हुई सुनवाई
दरअसल, इस्लामाबाद से अगवा कवि अहमद फरहाद को लेकर सरकार का बचाव करने के क्रम में फेडरल प्रॉसिक्यूटर जनरल (सरकारी वकील) ने कहा कि वो ‘आजाद कश्मीर’ में 2 जून तक रिमांड पर रहेंगे। सरकारी वकील ने कहा कि उन्हें इस्लामाबाद कोर्ट के सामने पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि आजाद कश्मीर पाकिस्तान का नहीं है बल्कि एक विदेशी क्षेत्र है। सरकारी वकील के इस दावे पर इस्लामाबाद हाईकोर्ट भी हैरान हुआ। हाईकोर्ट ने कहा सरकारी वकील से पूछा कि अगर “आजाद कश्मीर” एक विदेशी क्षेत्र है, तो फिर पाकिस्तानी रेंजर्स वहां पाकिस्तान से कैसे प्रवेश कर गए। पाकिस्तानी मीडिया ने इस दावे पर नाराजगी जताई है । पाकिस्तानी मीडिया ने कहा कि ये दावा न्यायिक प्रणाली और ‘आजाद कश्मीर’ की स्थिति पर कई सवाल खड़े कर रहा है। पाकिस्तानी मीडिया ने टिप्पणी की है कि अगर आजाद कश्मीर हमारा नहीं है तो पाकिस्तान को एक विदेशी क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती और प्रशासन का अधिकार कैसे मिला।

अमित शाह कह चुके हैं – पीओके पर भारत के लिए गंभीर विषय
भारत में 1 जून को संपन्न हो रहे लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण के रण के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर विषय पर चर्चा करते हुए एक भारतीय समाचार एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू में पीओके पर भी खुलकर अपनी बात रखी थी। कहा था कि पीओके भारत के लिए काफी गंभीर विषय है। इस पर भारत में सभी पक्षों के साथ मिलबैठकर चर्चा करना जरूरी है। पीएम नरेंद्र मोदी, भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भारत के सभी राजनयिक पीओके के मसले पर देश और विदेश में पीओके को भारत का अभिन्न अंग बताते रहे हैं। अब पाकिस्तान सरकार की ओर से कोर्ट में किए गए कबूलनामे से पीओके के सुलग रहे हिस्सों में भी पाकिस्तान की किरकरी होनी तय मानी जा रही है। भारत में भी अब यह मसला तूल पकड़ेगा, ऐसे आसार जताए जा रहे हैं। पीओके लोगों की अपनी आजादी और भारत में फिर से विलय संबंधी वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल होते रहे हैं। उन्हें भारतीय सोशल मीडिया यूजर भी बड़ी संख्या में देखते हैं और उस पर टिप्पणी करते रहते हैं। ऐसे में पााकिस्तान के सरकारी वकील के पीओके संबंधी पाकिस्तानी सरकार का पक्ष रखने के क्रम में की गई टिप्पणी भी सोशल मीडिया पर चर्चा के केंद्र में आए तो आश्चर्य नहीं होगा।