लखनऊ : Big Decision – सीएम योगी बोले – यूपी पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को मिलेगी प्राथमिकता, देंगे आरक्षण भी। सेना में लागू अग्निवीर योजना को लेकर जहां विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अत्याधुनिक मोड में देश की सैन्य शक्ति को विकसित बनाने में नई योजना का महत्व समझाने खुद कारगिल विजय दिवस पर द्रास पहुंचे। उन्होंने विपक्षी दलों की नीयत पर इशारों में सवाल दागे तो उन्हीं की लाइन पर चलते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस पर अहम घोषणा कर दी। बोले कि अग्निवीरों की सेवा समाप्त होने के बाद उन्हें यूपी पुलिस और पीएसी की भर्ती में प्रदेश सरकार प्राथमिकता देगी।
सीएम योगी ने अग्निवीरों को सौगात देने के बहाने विपक्षियों पर साधाना निशाना
कारगिल विजय दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले को उनकी ओर से अग्निवीरों के लिए एक बहुत बड़ी सौगात माना जा रहा है। इसी क्रम में थोड़ा और आगे बढ़ते हुए सीएम योगी ने कहा कि अग्निवीरों के लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा यूपी सरकार मुहैया कराएगी। लगे हाथ सीएम योगी ने इस दौरान विपक्षी दलों पर निशाना साधा। बोले कि अग्निवीर बहुत अच्छी योजना है लेकिन कुछ राजनीतिक दल इस पर राजनीति करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं जो देश हित अनुचित है। लोग राजनीति करें राजनीति के नाम पर झूठ और भ्रम का जाल फैलाने का काम न करें।
सीएम योगी के बाद मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव ने भी किया ऐलान
अग्निवीरों के लिए राज्य पुलिस सेवा में वरीयता और आरक्षण दिए जाने की घोषणा यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से जारी होने के साथ मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी कारगिल विजय दिवस पर महत्वपूर्ण घोषणा की। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि कारगिल दिवस के मौके पर उनकी सरकार ने निर्णय किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुसार अग्निवीर जवानों को पुलिस और सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा। बता दें कि शुक्रवार की सुबह द्रास में कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने अग्निवीर योजना के बारे में विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा था। कहा था कि कुछ लोग देश की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने उस दावे को भी खारिज किया है जिसमें विपक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि पेंशन देने से बचने के लिए अग्निवीर योजना शुरू की गई है। उस मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि 30 साल बाद अग्निवीरों को पेंशन देने की नौबत आएगी और तब तक वह 105 साल के हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए देश सर्वोपरि है न कि दल।
सीएपीएफ, असम राइफल्स और आरपीएफ भी कर चुके हैं ऐलान
इससे पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र बल (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने का ऐलान कर चुकी है। गत 24 जुलाई को गृहराज्य मंत्री ने इस बात की जानकारी दी थी। इसके तहत पूर्व अग्निवीरों को कांस्टेबल और राइफलमैन के पद पर आयुसीमा और फिजिकल टेस्ट में छूट दी जाएगी। गृह मंत्रालय के एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर लिखा था कि 4 साल के अनुभव के बाद बीएसएफ पूर्व अग्निवीरों को बल में नियुक्ति के लिए अनुकूल मानता है। पूर्व अग्निवीरों को भर्ती के दौरान 10 प्रतिशत आरक्षण और उम्र में रियायत दी जाएगी. इसका मतलब है कि बीएसएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ में पूर्व अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी। आरपीएफ यानी रेलवे सुरक्षा बल ने भी अग्निवीरों के लिए ऐसी घोषणा की है। आरपीएफ महानिदेशक ने कहा है कि पहले बैच के अग्निवीरों के लिए 5 साल तक की आयुसीमा में छूट रहेगी और उसके बाद आने वाले बैच को 3 साल की छूट मिलेगी।