Bihar Chunav 2025 : पहले चरण के चुनाव में पार्टियों ने बांटी बाहुबलियों को टिकट, क्या जनता को मिलेगा उचित प्रतिनिधित्व व सम्मान
22 Scope News Desk : बिहार चुनाव में पहले चरण के चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। पार्टियां धुआंधार प्रचार कर जनता को अपने पक्ष में करने के लिये स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रही है। जहां एक तरफ सरकार अपनी उपलब्धियों को भुनाने में लगी है। वहीं विपक्ष सरकार की बखिया उधड़ने में लगी है। लेकिन पार्टियों से सिंबल लेने वाले उम्मीदवारों की सूचि पर अगर गौर करे तो बात उलट है। सभी पार्टियों में दागदार अपराधिक छवि वाले नेताओं की भरमार है। ऐसे में अब गेंद जनता के पाले में है और जनता के लिए स्थिति सांप छुछुंदर वाली हो गई है।

आंकड़ों पर करें गौर
आंकड़ों पर गौर करे तो पहले चरण का चुनाव लड़ रहे 1314 उम्मीदवारों में से 27 फीसदी गंभीर आपराधिक मामलों के आरोपी हैं। सीपीएम के 100 फीसदी, सीपीआई के 80 फीसदी, भाकपा माले के 64 फीसदी, राजद के 60 फीसदी व भाजपा के 56 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर मामले दर्ज हैं।
कुल 1303 में 423 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले घोषित
पहले चरण में छह नवंबर को 121 सीटों के लिए चुनाव होना है। इसमें कुल 1303 उम्मीदवारों में से 423 यानी 32 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए। 354 (27 फीसदी) उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। 33 उम्मीदवारों पर हत्या, 86 पर हत्या का प्रयास. और 42 उम्मीदवारों पर महिलाओं पर अत्याचार से संबंधित मामले हैं। दो उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दुष्कर्म से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
भाजपा-कांग्रेस के 65 फीसदी उम्मीदवारों पर मुकदमे
आंकड़ों पर गौर करे तो जनता को जंगलराज और अपराधियों का डर दिखाने वाली पार्टियों ने दिल खोल कर अपराधियों को टिकट बांटी है। जनसुराज के 114 में 50, बसपा के 89 में 18, राजद के 70 में 53, जदयू के 57 में 22, भाजपा के 48 में 31, आप के 44 में 12, कांग्रेस के 23 में 15 भाकपा माले के 14 में 13, लोजपा (आर) के 13 में सात, सीपीआई के पांच में पांच और सीपीएम के तीन में तीन उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस के 52 फीसदी, JDU के 26 फीसदी प्रत्याशी पर गंभीर केस
वहीं कांग्रेस-बीजेपी और राजद के आधे से ज्यादा उम्मीदवारों पर गंभीर मुकदमा दर्ज है और छोटी पार्टियां भी पीछे नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, जन सुराज के 114 में 49, बसपा के 89 में 16, राजद के 70 में 42, जदयू के 57 में 15, भाजपा के 48 में 2, आप के 44 में 9, कांग्रेस के 23 में 12, भाकपा माले के 14 में नौ, लोजपा (आर) के 13 में पांच, सीपीआई के पांच में से चार और सीपीएम के तीन में तीन उम्मीदवारों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे हैं।
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आर के सिंह ने गिनाई थी बाहुबली प्रत्याशियों के नाम
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने एनडीए और राजद दोनों गठबंधनों के कई प्रत्याशियों पर गंभीर आरोप लगाए, जो बिहार की राजनीति में बाहुबल के गहरे पैठ को दर्शाते हैं। उन्होंने बताया कि मोकामा एनडीए के अनंत सिंह और राजद के सूरजभान सिंह की पत्नी मैदान में हैं तो नवादा से एनडीए प्रत्याशी राजबल्लभ यादव की पत्नी चुनाव में हैं। रघुनाथपुर में राजद प्रत्याशी शाहबुद्दीन के बेटे ओसामा प्रत्याशी है तो तारापुर, जगदीशपुर और संदेश से प्रत्याशियों पर हत्या, नरसंहार, बालू माफिया होने और पाक्सो एक्ट जैसे गंभीर आरोप लगाए।
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