Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुस्कुराते हुए गमछा लहराना बिहार की सियासत में एक संदेश है। दरअसल, शुक्रवार को जब प्रधानमंत्री मंच की ओर बढ़े, तो हजारों समर्थकों की भीड़ ‘मोदी-मोदी’ के नारें लगाने लगी। इसी बीच उन्होंने अपने माधुबनी प्रिंट वाले गमछे को हवा में लहराया। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लेकिन यह महज भीड़ का अभिवादन नहीं था। यह एक सोचा-समझा राजनीतिक संकेत था, जो बिहार की जनता खासकर किसानों और श्रमिकों से जुड़ा है।
Bihar Election 2025: गमछा जनता से जुड़ाव का प्रतीक
भारत में गमछा सिर्फ कपड़ा नहीं, एक पहचान है। बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश और असम जैसे राज्यों में यह मेहनतकश वर्ग किसानों, मजदूरों, कारीगरों और छोटे व्यवसायियों की यह पहचान माना जाता है। धूप में सिर ढकने से लेकर पसीना पोंछने तक, गमछा उस वर्ग का साथी है, जो दिनभर मेहनत करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कई मौकों पर गमछे और पारंपरिक परिधान के जरिए राजनीतिक संदेश दिया है।
Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में गमछा
बिहार का सामाजिक ढांचा कृषि और मजदूर वर्ग पर आधारित है। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य की 53.2 प्रतिशत आबादी सीधे तौर पर कृषि से जुड़ी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग प्रवासी मजदूरी करते हैं। यह वही वर्ग है, जो बिहार के चुनावी गणित में निर्णायक भूमिका निभाता है। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह इशारा प्रतीकात्मक होते हुए भी गहरा राजनीतिक अर्थ रखता है। वे यह जताना चाहते हैं कि वे खेतों में काम करने वाले, मजदूरी करने वाले हर व्यक्ति के साथ खड़े हैं।
Bihar Election 2025: दो चरणों में मतदान
इस बार विधानसभा का चुनाव (Bihar Election 2025) दो चरणों में संपन्न होंगे। इसके लिए चुनाव आयोग ने विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को हागा। इसका नतीजा 14 नवंबर को जारी किया जाएगा।
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