Bokaro : पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 15 लाख के इनामी हार्डकोर नक्सली रणविजय महतो को जिले के चंद्रपुरा बीएड कॉलेज मोड़ के पास से गिरफ्तार किया है। रांची नंबर की गाड़ी पर पुलिस की टीम सवार थी। अचानक हुई इस कार्रवाई को कोई समझ पाता, इससे पहले रांची नंबर की गाड़ी वहां से निकल गयी। रणविजय महतो की गाड़ी सड़क किनारे थी।
अभी तक नहीं हुई है आधिकारिक पुष्टि
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुफिया व पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है। हालांकि स्थानीय पुलिस के अधिकारी रणविजय के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। संभव है कि कुछ दिनों में पुलिस इसका खुलासा करे। बताया जा रहा है कि रणविजय महतो नक्सली संगठन में जोनल कमांडर रैंक का है।
इस पर 15 लाख का इनाम है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि पुलिस रणविजय का सरेंडर दिखाती है या फिर गिरफ्तारी।बताया जाता है कि नावाडीह-चंद्रपुरा थाना की सीमा पर बीएड कॉलेज मोड़ स्थित द्वारसिनी के पास मंगलवार की शाम करीब छह बजे पुलिस की टीम ने बाइक पर सवार रणविजय महतो को गिरफ्तार किया।
जिस वक्त पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, इस दौरान कई ग्रामीण भी मौजूद रहे। तब युवक के झुमरा व पारसनाथ पहाड़ क्षेत्र के इनामी शीर्ष नक्सली होने की चर्चा हुई। हालांकि कुछ ही घंटों में यह पता चल गया कि मुख्यालय की पुलिस टीम जोनल कमांडर रणविजय महतो को गिरफ्तार कर लिया।
Bokaro : भेष बदलकर चंद्रपुरा की ओर जा रहा था नक्सली
मिली जानकारी के मुताबिक रणविजय महतो भेष बदलकर चंद्रपुरा की ओर जा रहा था। मुंगो गांव के कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे लोग नर्रा गांव से झारखंड मेला देखकर लौट रहे थे। द्वारसिनी के समीप रांची नंबर की एक एसयूवी पहले से रुकी हुई थी। मुंगो की ओर से आ रही बाइक जेएच 11 एएस 6908 पर सवार युवक को एसयूवी पर बैठे पुलिसवालों ने रुकवाया और रिवॉल्वर के बल पर उसे अपनी गाड़ी में बैठा लिया।
इसी बीच पीछे से एक और गाड़ी आयी, जिसके आगे पुलिस का बोर्ड लगा हुआ था। इसमें सवार सभी पुलिसकर्मी उतरे। कुछ देर के बाद सभी नावाडीह की ओर तेज गति से निकल गये। बताया जाता है कि रणविजय की बाइक सड़क पर ही छोड़ दी थी। वहां एक स्मार्टफोन भी गिरा मिला। ग्रामीणों ने इसे पुलिस को सौंप दिया है। वहीं घटनास्थल से पुलिस ने बाइक भी जब्त कर ली है।
बोकारो से चुमन कुमार की रिपोर्ट–
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