रांची: रांची और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है, जिसके कारण पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। बर्फबारी का असर रांची समेत पूरे झारखंड में देखा जा रहा है। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद उत्तर-पश्चिमी दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण ठंड में बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि, न्यूनतम तापमान में अब तक बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आई है, लेकिन ठंड महसूस हो रही है। अगर पहाड़ों में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा, तो 15 जनवरी तक सर्दी का सितम जारी रहेगा। इस दौरान न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। जनवरी के अंत तक एक-दो बार बारिश भी हो सकती है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में जनवरी में बारिश होने का रिकॉर्ड रहा है। जनवरी में 12.3 एमएम बारिश होनी चाहिए। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर ठंड का असर कम हो सकता है, लेकिन सरस्वती पूजा तक ठंड की सिहरन बनी रह सकती है।
15 जनवरी के बाद न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट की संभावना कम है, और तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की उम्मीद है। हालांकि, बारिश होने पर तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है, लेकिन यह बहुत कम समय के लिए होगा। पिछले 5 वर्षों में जनवरी में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री तक पहुंच चुका है, और 2024 में 15 जनवरी को न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने से आसमान पूरी तरह साफ रहेगा। 4 जनवरी तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, और तापमान 10 डिग्री से नीचे रहेगा। 5 जनवरी के बाद मौसम में बदलाव आएगा और बादल छाएंगे, जिससे न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। 6 जनवरी को भी यही स्थिति बनी रहेगी, लेकिन 7 जनवरी से एक बार फिर मौसम में बदलाव होगा और न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण ठंड बढ़ सकती है।