धनबाद : मां की गोद से बच्ची- कोयलांचल धनबाद में पुलिस की निष्क्रियता का एक उदाहरण
धनसार में देखने को मिला है. घटना में एक दिहाड़ी मजदूर दंपति की एक माह की
दुधमुंही बच्ची को बाइक सवार अपराधियों ने उठा कर भाग गया,
जिसकी तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी.
पीड़ित दंपति जब मामले की शिकायत लेकर धनसार थाना पहुंचा तो वहां तैनात
ऑफिसर मामले में संवेदनहीन हो गया और पीड़ित दंपति को ही
बच्ची को खोजने की जिम्मेदारी दे थाने से चलता कर दिया और अब पुलिस बातें बना रही है.
पुलिस का कहना है कि उसे घटना की जानकारी नहीं है न किसी ने शिकायत दर्ज कराई है.
देर रात अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम, फरियाद के बाद नहीं सुन रही पुलिस
थाने के दरवाजे पर सुबकती आंखों से फरियाद लगा रहे इस दंपति के कलेजे के टुकड़े महज 1 माह की फुल सी दूधमुंही बच्ची को देर रात अपराधियों के द्वारा चुरा लिया. और घटना के 18 घंटे से अधिक बीत जाने के बावजूद उसकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी है. पीड़ित अशोक रवानी और उसकी पत्नी चन्दा देवी ने बताया कि काम से थके हारे वो फुटपाथ पर सो रहे थे इसी दौरान उनका बच्ची चोरी हो गयी.
ड्यूटी में तैनात पदाधिकारी पर पीड़ित ने लगाया छानबीन नहीं करने का आरोप
पीड़ित का आरोप है कि रात में ही वो थाने पहुंचे लेकिन ड्यूटी में तैनात पदाधिकारी ने उसकी फरियाद को गम्भीरता से नहीं लिया और मामले में छानबीन करने के बजाए उसे ही बच्चे को खोजने की जिम्मेदारी दी और नसीहत दे थाने से चलता कर दिया. कुछ दिन पूर्व ही कुछ लोगों ने उसे एक लाख रुपये का लालच दे बच्ची को खरीदने की पेशकश की थी, लेकिन उसने मना कर दिया था. उसे शक है कि उन्हीं लोगों के द्वारा बच्ची को चुराया गया है. पुलिस उसे साथ लेकर चले और उसके बताये जगह पर छापेमारी कर उसकी बच्ची मिल जाएगी.
मां की गोद से बच्ची: जानिए थाना प्रभारी ने क्या कहा
वहीं जब इस मामले में जब धनसार थाना प्रभारी राज कपूर से बात की गई तो उन्होंने घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताई और कहा कि ऐसी कोई शिकायत यहां दर्ज नहीं की गई है. और ना ही कोई कंप्लेनर यहां आया है. अगर लिखित शिकायत दर्ज कराई जाएगी तो पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करेगी.
मां की गोद से बच्ची: संवेदनहीन पुलिस
यह गंभीर मामला था पुलिस को त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए थी सीसीटीवी में दिख रहे अपराधियों की पहचान कर बच्चे को बरामद करने की दिशा में पुलिस को पहल करनी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने मामले में अब तक पीड़ित की शिकायत तक दर्ज नहीं कर पाई है और बेखबर बनी हुई है. ऐसे में स्वयं अंदाजा लगाया जा सकता है कि धनबाद में धनसार थाने की पुलिस कितनी संवेदनहीन हो चुकी है.
रिपोर्ट: राजकुमार जायसवाल