Dumka Loksabha : 1 जून को लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण का चुनाव होना है। आखिरी चरण में झारखंड में तीन सीटों पर चुनाव होना है। झारखंड में संथाल परगना की तीन सीटों गोड्डा, राजमहल और दुमका सीट पर मतदान होने वाला है।
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अगर हम बात करें दुमका सीट की इस सीट से इस बार बीजेपी और जेएमएम आमने-सामने हैं। यह सीट इस बार बहुत ही दिलचस्प होने वाला है क्योंकि इस सीट से बीजेपी ने इस बार जेएमएम की पूर्व नेता और गुरुजी शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को मैदान में उतारा है।
इस बार कुल 19 प्रत्याशी हैं मैदान में
जबकि जेएमएम ने शिबू सोरेन के सबसे करीबी और जेएमएम के सबसे अनुभवी नेता नलिन सोरेन को मैदान में उतारा है। इन दोनों के अलावे Dumka Loksabha से इस बार कुल 19 प्रत्याशी मैदान में है, पर कड़े मुकाबले की बात करें तो बीजेपी और जेएमएम के बीच ही होने वाली है।
इस बार यह सीट दिलचस्प इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन ने जेएमएम से बगावत कर बीजेपी ज्वाइन किया है। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद वह जेएमएम पर हमलावर दिखी है। अब जनता असमंजस की स्थिति में आ गई है कि वोट किसे दे। एक तरफ गुरुजी की बड़ी बहू तो एक तरफ गुरुजी के वफादार सिपाही।
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15 लाख 91 हजार वोटर इस बार करेंगे मतदान
इस बार दुमका सीट पर कुल 15 लाख 91 हजार वोटर हैं जिनमें से पुरुष मतदाता 7 लाख 99 हजार हैं जबकि महिला वोटर की बात करें तो उनकी संख्या 7 लाख 92 हजार के आस-पास है, वहीं 6 थर्ड जेंडर वोटर हैं। इस लोकसभा सीट में कुल 1891 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
यदि बात करें पिछले चुनाव की तो 2019 के लोकसभा चुनाव में जेएमएम के गढ़ कहे जाने वाले Dumka Loksabha सीट से 8 बार सांसद रहे शिबू सोरेन को हार का सामना करना पड़ा और बीजेपी से सुनील सोरेन ने बाजी मारते हुए दुमका सीट बीजेपी की छोली में डाल दिया। इस बार दल तो दोनों वहीं हैं पर प्रत्याशी बदल गए हैं। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कौन बाजी मारता है।
पीएम मोदी से लेकर अमित शाह ने सीता सोरेन के पक्ष में किया है जनसभा
यदि इस बार चुनाव की बात करें तो सीता सोरेन के पक्ष में बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने जनसभा किया जिनमें पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं। वहीं नलिन सोरेन के पक्ष में हेमंत सोरेन की पत्नी और जेएमएम नेत्री कल्पना सोरेन, सीएम चंपई सोरेन, बसंत सोरेन, जीए मीर, राजेश ठाकुर के अलावे इंडी गठबंधन के कई बडे़ नेताओं ने जनसंपर्क अभियान चलाया है।
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बीजेपी नोटों के ढेर और भ्रष्टाचार को बना रही है मुख्य मुद्दा
बीजेपी जनसंपर्क अभियान के दौरान ईडी की द्वारा हेमंत सोरेन के गिरफ्तारी के अलावे, राज्यसभा सांसद धीरज साहू और मंत्री आलमगीर आलम के यहां मिले पैसों के ढेर जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जेएमएम और इंडी गठबंधन के कई बड़े नेता इन सबको साजिश बता रहे हैं। इंडी गठबंधन के नेताओं का कहना है कि साजिश के तहत हेमंत सोरेन और कई मंत्रियों को भी जेल भेजा जा रहा है।
जेएमएम हेमंत सोरेन को जेल से बाहर लाने की बात करता है
बीजेपी एक ओर इन 10 सालों के अंदर किये गए कामों जैसे राम मंदिर का निर्माण, महिलाओं का सम्मान, भ्रष्टाचार पर वार, विकास कार्यो जैसे मुद्दों को उठा रहा है तो वहीं इंडी गठबंधन केन्द्र सरकार पर एकतरफा काम करने का आरोप लगाते नहीं थक रही है।
बीजेपी एक के बाद एक राज्य के मंत्रियों और नेताओं के ऊपर कार्रवाई को अपना आधार बना रही है तो जेएमएम हेमंत सोरेन को जेल से बाहर लाने की बात कह रही है। वैसे तो पिछले कई चुनावों की बात करें तो दुमका लोकसभा सीट जेएमएम का गढ़ रहा है। पर इस बार मुकाबला खासा रोचक रहने वाला है क्योंकि इस बार मुकाबल अपनो से है।