ECI on EVM : चुनाव आयोग ने खारिज किया ईवीएम हैकिंग का आरोप

महाराष्ट्र की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि आज जो खबर आई है, उसको लेकर कुछ लोगों ने ट्वीट किए हैं लेकिन ये आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने साफ कहा कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए कोई ओटीपी नहीं लगता है।

डिजीटल डेस्क : ECI on EVM चुनाव आयोग ने खारिज किया ईवीएम हैकिंग का आरोप। महाराष्ट्र में ईवीएम को मोबाइल से कनेक्ट करने की खबरों के बीच चुनाव आयोग की सफाई सामने आई है। आयोग ने कहा कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए कोई ओटीपी नहीं लगता है। ईवीएम डिवाइस किसी से कनेक्ट नहीं रहता है और इसे हैक नहीं किया जा सकता है। सियासी तौर पर तूल पकड़ रहे इस संवेदनशील मसले पर रविवार को महाराष्ट्र में चुनाव आयोग की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बातें रखते हुए स्थिति स्पष्ट की एवं आरोपों को सिरे से खारिज किया।

महाराष्ट्र चुनाव अधिकारी बोलीं – ईवीएम को लेकर लगे आरोप बेबुनियाद

उन्होंने ने महाराष्ट्र में ईवीएम हैकिंग के आरोप को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि आरोप सरासर गलत हैं। महाराष्ट्र की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि आज जो खबर आई है, उसको लेकर कुछ लोगों ने ट्वीट किए हैं लेकिन ये आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने साफ कहा कि ईवीएम को अनलॉक करने के लिए कोई ओटीपी नहीं लगता है। ईवीएम डिवाइस किसी से कनेक्ट नहीं रहता है। ईवीएम स्टैंडअलोन सिस्टम है। इसलिए उड़ाई जा रही खबर पूरी तरह से गलत है। हमने संबंधित को नोटिस इश्यू किया है और आईपीसी की 499 धारा के तहत डिफेमेशन (मानहानि) का केस दर्ज किया गया है।

कोर्ट आर्डर होने पर ही चुनाव आयोग देगा सीसीटीवी फुटेज

वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि आरोप उछालने वाले संबंधित मीडिया घराने के रिपोर्टर को समझाने की कोशिश की गई थी, लेकिन बावजूद उसके गलत खबर प्रकाशित की गयी। अब उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 505 एवं 499 के तहत नोटिस भी भेजी जाएगी। दिनेश गुरव को जो मोबाइल रखने की इजाजत दी गई थी, वो उसका खुद का मोबाइल था। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को हमने डाटा अपलोड करने के लिए मोबाइल रखने की अनुमति दी थी, लेकिन उस संबधित व्यक्ति तक वो मोबाइल कैसे गया, उस पर हमने खुद भी एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने साफ कहा कि तब तक किसी को (पुलिस को भी ) हम सीसीटीवी फुटेज नहीं देंगे, जब-तक कोई कोर्ट का ऑर्डर लेकर नहीं आता है।

पोलिंग सेंटर में मोबाइल इस्तेमाल करने पर सांसद के साले पर केस दर्ज

इससे पहले मुंबई पुलिस ने नवनिर्वाचित मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सांसद रवींद्र वायकर के साले मंगेश पंडिलकर के खिलाफ मतगणना केंद्र पर कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस का आरोप है कि पंडिलकर ने महाराष्ट्र के मुंबई के गोरेगांव इलाके में स्थित केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को अनलॉक करने के लिए वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) जनरेट करने के लिए फोन का इस्तेमाल किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के सदस्य वायकर ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के अमोल गजानन कीर्तिकर को मात्र 48 वोटों से हराया, जिससे विवाद खड़ा हो गया।

चुनाव आयोग की दो टूक – ईवीएम बिल्कुल भी हैक हो नहीं सकता

परिणाम घोषित होने के बाद पुलिस और चुनाव आयोग को सीट से चुनाव लड़ रहे कई उम्मीदवारों से शिकायतें मिलीं। चुनाव आयोग के एक कर्मचारी पर भी कथित तौर पर पंडिलकर को मोबाइल फोन मुहैया कराने का आरोप लगाया गया। कथित तौर पर चुनाव अधिकारी दिनेश गुरव के पास ईवीएम को अनलॉक करने के लिए ओटीपी जनरेट करने के लिए महत्वपूर्ण फोन था, जो केवल चुनाव अधिकारियों के लिए था। महाराष्ट्र चुनाव आयोग की रिटर्निंग आफिसर वंदना सूर्यवंशी ने कहा कि ईवीएम बिल्कुल भी हैक हो नहीं सकता है। हैक होने का सवाल ही नहीं है। यह सत्य तथ्य नहीं है। हमने शिकायत की है कि मोबाइल अनाधिकृत व्यक्ति ने इस्तेमाल किया है। ईवीएम में लॉगिन के लिए केवल पासवर्ड आता है और उसका ईवीएम से कोई लेना-देना नहीं है।

चुनाव आयोग की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस की जांच शुरू

पुलिस जांच में ओटीपी जनरेशन में फोन की भूमिका और डेटा हैंडलिंग और कॉल के लिए इसके इस्तेमाल की जांच की जा रही है। कथित तौर पर पंडिलकर ने महत्वपूर्ण दिन सुबह से शाम 4:30 बजे तक फोन का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है। मुंबई पुलिस की तीन टीमें मामले की जांच कर रही हैं, जो चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करेगी। बता दें कि एलन मस्क द्वारा ईवीएम के बारे में आशंका व्यक्त करने के बाद विवाद ने तूल पकड़ लिया, जिसमें हैकिंग की कथित कमजोरियों के कारण ईवीएम को खत्म करने की वकालत की गई है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की हैकिंग की संभावित आशंका के बारे में चिंता को दोहराया। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे देश में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है।
एलन मस्क और राहुल गांधी की फाइल फोटो

राहुल गांधी ने जताई ईवीएम हैकिंग की आशंका, दोहराई एलन मस्क की बात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की हैकिंग की संभावित आशंका के बारे में चिंता को दोहराया। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे देश में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है। साथ ही किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि जब संस्थानों में जवाबदेही का अभाव होता है, तो लोकतंत्र महज दिखावा बनकर रह जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में धोखाधड़ी की गतिविधियां होने की आशंका होती है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने खारिज किया मस्क का बयान

पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मस्क के बयान का कड़ा विरोध किया। उन्होंने मस्क के बयान को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय ईवीएम कस्टम-डिजाइन किए गए हैं। यह सुरक्षित हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं। इनकी कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाई-फाई, इंटरनेट नहीं। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री-प्रोग्राम्ड कंट्रोलर जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है। चंद्रशेखर ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक उसी तरह से डिजाइन और बनाया जा सकता है, जैसा कि भारत ने किया है। एलन, हमें एक ट्यूटोरियल चलाने में खुशी होगी। मस्क का दृष्टिकोण अमेरिका और अन्य देशों के लिए सही हो सकता है, जहां नियमित कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग ‘इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीन’ बनाने के लिए किया जाता है, यह भारत पर लागू नहीं होता है।

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