रांची:ईडी ने शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी से शनिवार को लम्बी पुछताछ की और एक बार फिर से पुछताछ की तैयारी कर रही है। इसको लेकर मिल रही जानकारी के अनुशार ईडी ने योगेंद्र तिवारी से शराब व्यापार के बारे में भी जानकारी मांगी ।
इसके बाद, योगेंद्र तिवारी को लगभग 8 घंटों के पुछताछ के बाद रिहा कर दिया गया। उन्हें सोमवार को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है, और मंगलवार को उनके भाई अमरेंद्र तिवारी से भी पुछताछ की जाएगी। ईडी ने उन्हें समन भेजा है।
योगेंद्र तिवारी ने 2021-22 में शराब कारोबार में वर्चस्व स्थापित कर चुके था, और इसके लिए वह राज्य में शराब के थोक कारोबार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे। जब सरकार ने शराब के थोक व्यापार पर नई नीति लागू की, तो योगेंद्र तिवारी ने अपने सिंडिकेट के माध्यम से डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में शराब कारोबार में कब्जा जमा दिया।
शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी ईडी के अधिकारियों का जासूसी करवाते थे। सूत्रों के मुताबिक, वह मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी ईडी के खिलाफ थे, और वह चाहते थे कि वे हर गतिविधि की जानकारी रखें। लेकिन ईडी ने इसके खिलाफ जवाब देने की कोई खास जानकारी नहीं दी थी।
पिछले बुधवार को, ईडी ने शराब घोटाले और अन्य मामलों में योगेंद्र तिवारी और उनके सहयोगियों के पास छापेमारी की थी। इसके दौरान, योगेंद्र तिवारी ने ईडी अधिकारियों से यह जानने की कोशिश की कि एजेंसी उनके परिसरों की तलाशी क्यों ले रही है, और उन्होंने कहा कि वह किसी भी घोटाले में शामिल नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस पर ईडी के शीर्ष अधिकारियों ने उनसे यह भी कहा कि वे जासूसी करने की कोशिश की थीं। ईडी ने तिवारी को शनिवार को पुनः पूछताछ के लिए बुलाया था। योगेंद्र तिवारी झारखंड में शराब कारोबार के बड़े नामों में से एक हैं।