गया: बिहार के गयाजी में पितृपक्ष का मेला चल रहा है। पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों समेत विदेश से भी लोग पिंडदान के लिए पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में विदेशी सैलानियों का एक जत्था शनिवार की शाम गयाजी पहुंचा। इस जत्था में रूस, यूक्रेन, अफ्रीका समेत कई देश के लोग शामिल हैं। यह जत्था वाराणसी होते हुए गया पहुंचा है। जत्था में आठ व्यक्ति शामिल हैं।
पिंडदान के पूर्व सभी लोगों ने शनिवार की शाम विष्णुपद देवघाट और सीताकुंड परिसर में रिमझिम बारिश के बीच भ्रमण किया। इन लोगों को देख बरबस ही पितृपक्ष मेला में आये पिण्डदानी रुक कर उन्हें देखने को मजबूर हो रहे थे क्योंकि जत्था में शामिल महिलाएं सारी पहनी हुई थी और खास बात था कि वे अपने माथे से आंचल को गिरने नहीं दे रही थी।

सभी लोग देवघर पर अपने पूर्वजों को पिंडदान करेंगे साथ ही वे भगवान बुद्ध का दर्शन भी करेंगे और फिर श्री हरि विष्णु का भी दर्शन करेंगे। इन सैलानियों के श्राद्ध से जुड़े कर्मकांड आचार्य लोकनाथ गौड़ करवाएंगे जबकि इनके पंडा गजाधर लाल धेडी होंगे। आचार्य लोकनाथ गौड़ ने बताया कि सभी विदेशी गया जी पहुंच चुके हैं। उनके पूर्वजों के पिंडदान की तैयारी की जा रही है।
सोमवार को देवघाट, विष्णुपद, अक्षयवट और सीताकुंड पिंडवेदी पर पिंडदान कराया जाएगा। उनसे जब यह पूछा गया कि ये सभी ईसाई हैं फिर क्यों सनातन धर्म के अनुसार पिंडदान करने को आए हैं। उन्होंने कहा कि सभी सनातन धर्म से प्रभावित हैं और उन्होंने अपने पूर्वजों का पिंडदान करने की दिली इच्छा जाहिर की थी जिसे वे पूरा करने आए हैं।
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गया से आशीष कुमार की रिपोर्ट
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