Garhwa: जिले के चिनियां प्रखंड मुख्यालय निवासी राजेंद्र कोरवा के पुत्र सुशील कोरवा (22 वर्ष) की लाश शुक्रवार को कुसुमदामर जंगल में झाड़ियों के बीच छत-विछत अवस्था में पाई गई। सुशील बीते 11 अक्टूबर की रात से लापता था। उसके पिता ने 13 अक्टूबर को चिनियां थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सुशील की हत्या से गांव में सनसनी फैल गई है। परिजन शोक और गुस्से में हैं। ग्रामीण और नेताओं ने दोषियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की।
घटनास्थल पर भारी भीड़ और पुलिस कार्रवाई :
सुशील की खोजबीन कर रहे परिजन और ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह झाड़ियों में तेज दुर्गंध पाई। पास जाकर देखा तो उनका बेटा मृत पड़ा था। घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जुट गए। चिनियां पुलिस दल और इंस्पेक्टर अभिजीत गौतम मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर गढ़वा भेज पोस्टमार्टम के लिए भेजा और कागजी कार्रवाई पूरी की।
आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश :
घटना से आदिवासी समुदाय में गहरा आक्रोश है। जिला अध्यक्ष न्हेश्वर कोरवा ने कहा कि यदि 48 घंटे में दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तो थाना घेराव और सड़क जाम जैसी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र परहिया, हरेंद्र कोरवा और अन्य नेताओं ने भी हत्या की कड़ी निंदा करते हुए जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की।
प्रथम दृष्टया हत्या का मामला :
इंस्पेक्टर अभिजीत गौतम ने बताया कि शव मिलने के बाद प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। परिजनों को शक है कि चिनियां के कुछ यादव लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। इस दिशा में गहन अनुसंधान किया जा रहा है। थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि 12 अक्टूबर को गांव के कुछ लोग- रोहित यादव, संतोष यादव, लोचन यादव समेत अन्य सुशील के कपड़े और मोबाइल थाने में जमा कराए थे। उन्होंने दावा किया था कि सुशील रात में भैंस चोरी कर रहा था, लेकिन पिता ने इस दावे पर सवाल उठाते हुए बेटे को वापस लाने की मांग की थी।
पुलिस की कार्रवाई :
पुलिस ने नामजद प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। घटनास्थल पर थाना प्रभारी अमित कुमार, एसआई नवीन कुमार राणा, राधेश्याम कुमार, एएसआई ओमप्रकाश और प्रेम कुमार सहित भारी पुलिस बल तैनात रहा।
रिपोर्टः आकाश
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