Hazaribagh : झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन द्वारा शरीयत कानून को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। भाजपा ने उनके बयान को संविधान विरोधी बताते हुए सोमवार को हजारीबाग में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
Highlights

Hazaribagh उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
हजारीबाग जिला भाजपा द्वारा आयोजित इस आक्रोश प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। ‘आक्रोश मार्च’ के रूप में निकाले गए इस विरोध रैली की शुरुआत निर्मल महतो पार्क से हुई, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए समाहरणालय परिसर तक पहुँची। इसके बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने हजारीबाग उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मंत्री हसन के बयान को देश की एकता और संविधान के खिलाफ बताया गया।
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मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की। कुछ कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो शरीयत की बात करते हैं, उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
सांसद मनीष जायसवाल ने की कड़ी आलोचना
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल और विधायक प्रदीप प्रसाद ने भी मंत्री के बयान की कड़ी आलोचना की। दोनों नेताओं ने कहा कि भारत संविधान से चलता है, शरीयत से नहीं। वहीं, उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र से सांसद भोला सिंह ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री हाफीजुल हसन का तत्काल इस्तीफा मांगा है।
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भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस बयान पर कार्रवाई नहीं करती, तो राज्यभर में बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। यह विवाद अब राज्य की सियासत को नए सिरे से गरमा सकता है।
शशांक शेखर की रिपोर्ट–