मधुबनी : बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह लगातार चुनावी कैंपेन कर रहे है। आज यानी तीन नवंबर को उन्होंने तीन बड़ी रैलियां की। सबसे पहली सभा शिवहर, दूसरी सभा सीतामढ़ी और तीसरी और अंतिम जनसभा मधुबनी में की। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली रैली सहरसा और दूसरी जनसभा कटिहार में की।

ये भूमि महान सारस्वत कवि विद्यापति की भूमि है, कर्पूरी ठाकुर की भी भूमि है – अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मधुबनी जिले के खुटौना विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये भूमि महान सारस्वत कवि विद्यापति की भूमि है, कर्पूरी ठाकुर की भी भूमि है, जिन्हें पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न देने का काम किया। मैं इन सभी को प्रणाम करता हूं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन गया है, अब सीतामढ़ी में साढ़े 800 करोड़ की लागत से सीता माता का भव्य मंदिर पुनौरा धाम में बनने की शुरुआत हो गई है। ये दोनों मंदिर उत्तर प्रदेश और बिहार के उत्कर्ष का रास्ता बढ़ाने वाले मंदिर हैं।

शाह ने कहा- ये लालू एंड कंपनी और सोनिया, ये परिवारवाद की राजनीति चलाने वाले लोग हैं
उन्होंने कहा कि ये लालू एंड कंपनी और सोनिया गांधी, ये परिवारवाद की राजनीति चलाने वाले लोग हैं। लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। लेकिन मैं इस सीता माता की भूमि से कह रहा हूं कि न तो लालू यादव का बेटा मुख्यमंत्री बनेगा और न ही सोनिया गांधी का बेटा कभी प्रधानमंत्री बनेगा।
मधुबनी में मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि जिन्होंने पहलगाम में हमारे यात्रियों को धर्म पूछकर मारा है, इसका बदला बड़ी निर्ममता के साथ लिया जाएगा। इसके बाद 20 ही दिन में मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर कर, पाकिस्तान में घुसकर बदला लिया, हमारी सेना ने आतंकियों को उनके ही घर में घुसकर मार गिराने का काम किया।

लालू-राबड़ी ने बिहार में अपहरण, डकैती, फिरौती, लूट और हत्या के उद्योग लगाने का काम किया – शाह
अमित शाह ने कहा कि हमें बिहार को जंगलराज से बचाने के लिए वोट देना है। क्योंकि लालू-राबड़ी ने बिहार में अपहरण, डकैती, फिरौती, लूट और हत्या के उद्योग लगाने का काम किया। जबकि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने बिहार में विकास करने का काम किया। लालू यादव ने कभी मिथिला का सम्मान नहीं किया, जबकि मोदी ने हमेशा मिथिलांचल का सम्मान किया है। मोदी ने मैथिली भाषा को 8वीं अनुसूची में डालने का काम किया। मोदी ने संविधान का मैथिली में अनुवाद करने का काम किया। मोदी ने मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग देने का काम किया। मोदी ने शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण देने का काम किया।

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