रांची: आईआईटी में दाखिले के लिए होने वाली जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2025 के लिए करीब 1.50 लाख छात्रों ने अब तक रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। दो मई की दोपहर तक आधिकारिक आंकड़े यही बताते हैं। 17 हजार सीटों के लिए यह परीक्षा कराई जाएगी, जिसमें दाखिले की जंग और भी कठिन मानी जा रही है।
इस साल एडवांस्ड के लिए 2.50 लाख छात्रों ने क्वालिफाई किया था, लेकिन पंजीकरण की संख्या फिर से दो लाख के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी। आईआईटी कानपुर, जो इस साल परीक्षा आयोजित कर रहा है, ने दो मई की शाम तक रजिस्ट्रेशन की तारीख भी नहीं बढ़ाई थी।
तीसरा अटेम्प्ट पाने वाले छात्र बने टॉप सीटों के दावेदार
कोर्ट के आदेश के बाद कुछ छात्रों को इस साल तीसरा प्रयास करने का अवसर मिला है। ये वही छात्र हैं, जो पहले दो बार एडवांस्ड में कुछ अंकों से आईआईटी में दाखिले से चूक गए थे। जानकारों का मानना है कि इन छात्रों की तैयारी मजबूत है और ये सीटों के प्रबल दावेदार बन सकते हैं।
दो पारियों में होगी परीक्षा, उपस्थिति फिर चुनौती
जेईई एडवांस्ड परीक्षा परंपरा के मुताबिक एक ही दिन में दो पारियों में कराई जाती है। अकसर ऐसा देखा गया है कि जिन छात्रों का पहला पेपर कमजोर जाता है, वे दूसरी पारी में शामिल नहीं होते। ऐसे छात्रों को फाइनल उपस्थिति सूची में अनुपस्थित करार दिया जाता है। पिछले छह वर्षों में एक बार भी परीक्षा देने वालों की संख्या दो लाख तक नहीं पहुंची है। 2024 में सबसे ज्यादा 1.80 लाख छात्रों ने दोनों पेपर दिए थे।
रजिस्ट्रेशन कम होने के ये हैं बड़े कारण
विशेषज्ञों के मुताबिक, तीन प्रमुख कारण हैं जिनसे एडवांस्ड में रजिस्ट्रेशन अपेक्षाकृत कम रहता है:
12वीं बोर्ड में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक न पाने पर बाहर होने का डर।
जेईई एडवांस्ड के सिर्फ दो और जेईई मेन के दो प्रयासों की सीमा।
कुछ छात्र सिर्फ जेईई मेन की तैयारी कर एनआईटी या अन्य संस्थानों में दाखिले को प्राथमिकता देते हैं।
आईआईटी एडवांस्ड 2025 की परीक्षा में इस बार मुकाबला बेहद तीखा होने वाला है। कम रजिस्टर्ड संख्या के बावजूद जो छात्र मैदान में हैं, वे ज्यादा तैयार और गंभीर माने जा रहे हैं।