कंपलिट होम ऑटोमेशन सिस्टम का किया अविष्कार
कोडरमा : झुमरी तिलैया के कुणाल अंबष्ट ने पूरे देश में कोडरमा का मान बढ़ाया है. 2017 में कुणाल के द्वारा किए गए कंपलिट होम ऑटोमेशन सिस्टम के आविष्कार के लिए इग्नु के उप कुलपति प्रो. उमा कांजिलाल ने आनलाइन सम्मानित किया है. कुणाल के द्वारा बनाया गया कंपलिट होम ऑटोमेशन सिस्टम के जरिए बिना इंटरनेट के सहारे घर में इस्तेमाल किए जाने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को सिर्फ आवाज के जरिए संचालित किया जा सकता है.
कुणाल के आविष्कार को मिली नई पहचान
इग्नु के द्वारा आयोजित स्टूडेंट इनोवेशन अवार्ड के लिए 92 प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिनमें से पूरे देश में अंतिम पांच प्रतिभागियों को उनके आविष्कार के लिए सम्मानित किया गया. कोरोना प्रोटोकाल के कारण यह सम्मान समारोह ऑनलाइन आयोजित की गई. सम्मान स्वरूप मिले प्रमाण पत्र, ट्राफी और नगद राशि कुणाल को पोस्ट के जरिए भेजा जाएगा. इस सम्मान के बाद उनके आविष्कार को नई पहचान मिली है. इससे पहले भी कुणाल को अपने इस आविष्कार के लिए सम्मानित किया गया है.
पिता की मदद के लिए बनाया डिवाइस
कुणाल ने बताया कि उनके इस आविष्कार के जरिए शारीरिक रूप से लाचार लोग आत्मनिर्भर रह सकते हैं. साल 2017 में कुणाल के पिता कौशलेश कुमार अंबष्ट सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे. कुछ महीने उन्हें बेड रेस्ट पर रहने की चिकित्सकों ने सलाह दी थी. इस दौरान कुछ भी कार्य के लिए उनके पिता को दूसरे को अवाज लगानी पड़ती थी. ऐसे में कुणाल ने अपने पिता की मदद के लिए एक ऐसा डिवाइस बनाया जो सिर्फ आवाज से संचालित किया जाता है. इसके जरिए आवाज लगाकर घर में इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मसलन टीवी, बल्ब, पंखा, एसी, कुलर, मिक्सी आदि को ऑन और ऑफ किया जा सकता है. इससे न सिर्फ उनके घायल पिता को इलाज के दौरान आसानी हुई बल्कि इस आविष्कार को मान्यता भी मिली.
बुजुर्गाें को मिलेगी मदद
कुणाल ने अपने द्वारा तैयार कंपलिट ऑफलाइन होम ऑटोमेशन सिस्टम की कापीराइट भी ले ली है. इस आविष्कार से खासकर शारीरिक रूप से लाचार और बुजुर्गाें को काफी मदद मिल सकती है. इग्नू के द्वारा स्टूडेंट इनोवेशन अवार्ड से सम्मानित होने पर उनके पिता कौशलेश अंबष्ट ने भी खुशी जाहिर की है और कहा कि इस सम्मान से उनको नई पहचान मिली है.
रिपोर्ट: अमित