डिजीटल डेस्क : Monsoon Offer – यूपी में सत्ता परिवर्तन को अखिलेश यादव का ने दिया खुला ऑफर – 100 लाओ, सरकार बनाओ। यूपी में बीते लोकसभा चुनाव में अपेक्षित नतीजे न आने के बाद से भाजपा में अंदरखाने की चल रही खींचतान के चरम पर पहुंचने के भी उसके खुलकर सामने न आने से सभी ऊहापोह में हैं कि अगली तस्वीर न जाने क्या हो।
इस बीच गुरूवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी में सत्ता परिवर्तन यानी मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार को बेदखल कर नई सरकार बनाने की चाहत या दमखम रखने का दावा करने वालों के लिए बड़ा और खुला ऑफर दिया है। कहा है कि – 100 लाओ और सरकार बनाओ। इसके बाद से सियासी गलियारे में हलचल तेज है और सभी की निगाहें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की गतिविधियों पर टिक गई हैं।
योगी के खास डिप्टी को तोड़ने की जुगत में है सपा नेतृत्व, दिया सियासी ऑफर
बीते लोकसभा चुनाव-2024 में आशातीत सफलता न मिलने के बाद से ही जहां सपा खेमे में उत्साह का लगातार माहौल बना हुआ है तो वहीं भाजपा में छाए मायूसी के दौर और एक-दूसरे पर जारी आरोप-प्रत्यारोप के दौर को थामने के लिए नित नई पहल जारी है। भाजपा में राज्य से लेकर केंद्र स्तर पर बैठकों का दौर जारी है।
प्रदेश भाजपा के कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं और वे खुलकर बयान भी दे चुके हैं एवं प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में डिप्टी सीएम भी सधे लहजे में संगठन के नेताओं के बीच कह चुके हैं कि कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है। उसके बाद वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य शीर्ष भाजपा नेताओं से मिले लेकिन उसके बाद से सरकार या संगठन में तत्काल बदलाव के कोई संकेत नहीं मिले, उल्टे सपा मुखिया की ओर से लगातार जारी तंज वाले बयनों पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने ही बुधवार को पलटवार करते हुए कड़ी टिप्पणी कर दी।
सियासी नजाकत को भांपते हुए डिप्टी सीएम के पलटवार का बुरा न मानते हुए अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि मानसून ऑफर- सौ लाओ, सरकार बनाओ। अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में किसी नेता का नाम नहीं लिया है लेकिन सियासी हलके में इसे साफ तौर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए माना जा रहा है।
काफी सोच समझकर शांतमन से अखिलेश यादव ने दिया यह खुला ऑफर
भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति संपन्न होने के बाद से बदले हालातों के मद्देनजर लगातार भाजपा में जारी बैठकों के दौर से जो संकेत मिले हैं, उसके मुताबिक कार्यकर्ता को सर्वोपरि मानने की बात कहने वाले केशव प्रसाद मौर्या को सरकार से हटाकर प्रदेश भाजपा की कमान देने की तैयारी है जबकि अंदरखाने माना जा रहा है कि केशव प्रसाद सत्ता और संगठन में अपना समान दखल करने की जुगत में है और बात वहीं अटक रही है।
अब सपा मुखिय़ा के गुरूवार के आए बयान को उसी से जोड़कर देखा जा रहा और उन्हें लग रहा है लंबे समय से यूपी में योगी सरकार को हटाने की उनका सपना साकार होने की गुंजायश बन सकती है। इसी क्रम में अखिलेश यादव ने सियासी मानसून ऑफर की चाल चली है।
पहले भी केशव मौर्या को अखिलेश दे चुके हैं सीएम की कुर्सी का ऑफर
यूपी प्रदेश भाजपा में मचे घमासान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव पहले भी बयान दे चुके हैं। गत बुधवार को कहा था कि ये सरकार आपस में लड़ रही है और लखनऊ वाली सरकार कमजोर हुई है। भाजपा में कुर्सी की लड़ाई में जनता परेशान हो रही है। उसी पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया था कि अखिलेश यादव भाजपा की देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है। सपा का पीडीए धोखा है और यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है।
मौर्या ने आगे कहा था कि भाजपा 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी। बता दें कि अखिलेश यादव पहले भी केशव प्रसाद मौर्य को ऑफर दे चुके हैं। काफी पहले ही उन्होंने कहा था कि केशव प्रसाद मौर्य बहुत कमजोर आदमी हैं। उनका बहुत सपना है कि सीएम बनें लेकिन उन्हें स्टूल पर बैठाया गया और उनकी नेम प्लेट हटाई गई। उनके साथ जाने क्या क्या हुआ? फिर भी वे भाजपा के साथ बने हुए हैं और अगर उनका सपना है सीएम बनने का तो तोड़ें भाजपा को, बाहर आएं वहां से। उन्होंने सपना तो देखा था सीएम बनने का लेकिन नहीं बन पाए।
एक बार बता रहे थे कि उनके पास 100 विधायक हैं। वह आज भी 100 विधायक ले आएं और अगर हिम्मत है तो आज भी वे विधायक ले आएं तो समाजवादी पार्टी समर्थन कर देगी।