खत्म हो जाएगी NEET और JEE? CUET के जरिये दाखिले का प्रस्ताव

नई दिल्ली : जल्द ही नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) और ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) गुजरे

जमाने की बात हो सकती है. अगर तैयारियां परवान चढ़ी तो यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के

साथ ही एनईईटी और जेईई को मिलाया जा सकता है. यानी, इन तीन अलग-अलग टेस्ट की बजाय सिर्फ एक टेस्ट रह जाएगा- CUET.

यूजीसी को भेजा गया प्रस्ताव

UGC को एक प्रस्ताव भेजा गया है जिसके मुताबिक नीट और जेईई को सीयूईटी के साथ मिलाया जा सकता है.

ऐसा करने से सीयूईटी अलग-अलग टेस्ट की जगह इकलौता टेस्ट बन जाएगा.

अभी सीयूईटी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है.

जबकि एनईईटी मेडिकल प्रवेश परीक्षा और जेईई देश के आईआईटी में प्रवेश की परीक्षा आयोजित करता है.

इन दोनों प्रवेश परीक्षाओं में देश के कई लाख छात्र हिस्सा लेते हैं.

एक टेस्ट की योजना के लिए यूजीसी अध्यक्ष ने बनाई कमेटी

तीन एंट्रेंस एग्जाम की जगह सिर्फ एक टेस्ट की योजना को लेकर यूजीसी अध्यक्ष ने कहा है कि हायर एजुकेशन रेगुलेटर

इसकी संभावनाओं को लेकर काम कर रहे हैं. तीन नेशनल लेवल एग्जाम के विलय और उसकी आम सहमति

तक पहुंचने की व्यवहार्यता पर विचार के लिए एक कमेटी बनाई गई है.

जानिये यूजीसी अध्यक्ष ने क्या कहा

यूजीसी अध्यक्ष ने कहा, ‘प्रस्ताव ये है कि क्या हम इन सभी एंट्रेंस एग्जाम को एकीकृत कर सकते हैं,

ताकि हमारे स्टूडेंट्स को एक ही नॉलेज के आधार पर कई एंट्रेंस एग्जाम के अधीन न किया जाए?

स्टूडेंट्स के पास एक एंट्रेंस एग्जाम होना चाहिए, लेकिन सब्जेक्ट्स के बीच अप्लाई करने के कई अवसर होने चाहिए.’

NEET और JEE : हर साल नीट परीक्षा का होता है आयोजन

बता दें कि इंजीनियरिंग में आईआईटी समेत विभिन्न संस्थानों में यूजी दाखिले के लिए

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा जेईई मेन और फिर किसी एक आईआईटी द्वारा

जेईई एडवांस प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है और इसमें लगभग 10 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित होते हैं.

इसी प्रकार, एम्स समेत विभिन्न चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में यूजी कोर्सेस एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस,

बीएएमएस, आदि) में दाखिले के लिए एनटीए द्वारा प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन हर साल किया जाता है

और इसमें करीब 15 लाख उम्मीदवार सम्मिलित होते हैं.

वर्तमान में स्टूडेंट्स को अंडर – ग्रेजुएट पढ़ाई के लिए अपने पसंदीदा कोर्से के हिसाब

से नीट या जेईई या इस साल से लागू सीयूईटी में सम्मिलित होना होता है.

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