PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी सरकार के बजट को गरीब विरोधी बताया है. सहरसा में समाधान यात्रा पर पहुंचे नीतीश कुमार ने कहा कि बजट में बिहार और दूसरे पिछड़े राज्यों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है. उन्होंने कहा कि गरीबों और किसानों की बात करने वाली सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के खर्च में कटौती कर दी है.

मजदूरों-किसानों से जुड़ी योजनाओं का बजट कम किया गया – नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा कि मनरेगा और किसानों के लिए लाई गई योजनाओं का बजट कम कर दिया गया है. किसान सम्मान निधि का बजट भी कम कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे जरूरी क्षेत्रों में बजट को कम किया गया है. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र के बजट में ऐसा कुछ भी नहीं जिसे अच्छा कहा जा सके.
स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी जरूरी क्षेत्रों में भी कटौती की गई है – नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर राज्य के हिस्से की भी वाहवाही लूटने का आरोप लगाया . उन्होंने कहा केंद्र से राज्यों के लिए जो पैसा अलॉट किया जाता है उसका बड़ा हिस्सा तो केंद्रीय योजनाओं में चला जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि केंद्रीय योजनाओं में भी राज्यों को आधा पैसा खर्च करना पड़ता है. नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसे में राज्य को कई बार विकास कार्यों के लिए बाहर से ऋण लेने की जरूरत महसूस होती है, लेकिन केंद्र सरकार ने उसकी भी सीमा तय कर रखी है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विषेश राज्य का दर्जा देने की वर्षों पुरानी हमारी मांग को मान लेते तो राज्य में विकास की गति काफी बढ़ जाती.
बजट को गरीब विरोधी और अमीरों को फायदा पहुंचाने वाला बताया – विजय चौधरी
बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी
के बयान के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी ने
उन्हें बोलने के लिए ही रखा है. वो इस उम्मीद में कुछ न कुछ बोलते रहते हैं कि पार्टी
उनकी तरफ ध्यान देगा. सुशील मोदी ने कहा था कि
बजट से बिहार को काफी फायदा पहुंचेगा.
समाधान यात्रा में नीतीश कुमार के साथ चल रहे बिहार के
वित्त मंत्री विजय चौधरी ने भी बजट को लेकर सवाल उठाए.
उन्होंने भी बजट को गरीब विरोधी और अमीरों को फायदा पहुंचाने वाला बताया .
रिपोर्ट: राजीव कमल