डिजिटल डेस्क : मॉरीशस में PM Modi के स्वागत में उमड़े प्रवासी भारतीय एवं शीर्ष हस्तियां। मॉरीशस में मंगलवार की सुबह दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की स्वागत एयरपोर्ट पर हुजूम उमड़ पड़ा था।
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PM Modi की गर्मजोशी से स्वागत को एयरपोर्ट पर उमड़ी भीड़ में मॉरीशस की शीर्ष हस्तियां एवं प्रवासी भारतीय समुदाय के लोग शामिल रहे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने PM Modi को माला पहनाई।
उनके साथ उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के अध्यक्ष और कई अन्य लोग मौजूद थे।
PM Modi का स्वागत करने के लिए कुल 200 गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इनमें सांसद, विधायक, राजनयिक दल और धार्मिक नेता शामिल थे। PM Modi के स्वागत के लिए मॉरीशस में भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य पोर्ट लुईस स्थित होटल के बाहर एकत्रित हुए।
PM Modi : मॉरीशस पहुंच गया हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) मंगलवार की सुबह मॉरीशस पहुंचे गए हैं। वहां वे 12 मार्च को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। भारतीय नौसेना के एक जहाज के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी समारोह में भाग लेगी।
PM Modi अपने इस दौरे के दौरान भारत और मॉरीशस क्षमता निर्माण, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
PM Modi ने वहां पहुंचने के बाद अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा – ‘मॉरीशस पहुंच गया हूं। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए आभारी हूं।
यह यात्रा एक मूल्यवान मित्र से मिलने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का एक शानदार अवसर है। आज मैं राष्ट्रपति धरम गोखूल और प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मिलूंगा और शाम को एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूंगा।’
मॉरीशस में भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य शरद बरनवाल ने कहा, ‘हम सभी बहुत उत्साहित हैं। हम सुबह से ही यहां एकत्र हुए।’
मॉरीशस में भारत के उच्चायुक्त के सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक डॉ. कादम्बिनी आचार्य ने कहा, ‘हम यहां PM Modi का स्वागत करने के लिए एकत्र हुए हैं। हम पिछले एक महीने से PM Modi के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। हमें उनसे मिलकर और उनका स्वागत करके बहुत खुशी होगी।’

मॉरीशस को PM Modi के मौजूदा दौरे से हैं ढेरों उम्मीदें
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) दो दिन के दौरे पर मंगलवार को मॉरीशस पहुंचे। पोर्ट लुईस में PM Modi का भव्य स्वागत किया गया। PM Modi ks के इस दौरे से मॉरीशस को बड़ी उम्मीदें हैं।
द्विपक्षीय कारोबार को लेकर भी मॉरीशस उत्साहित है और टकटकी लगाए PM Modi के इस दौरे से निकलने वाले सार्थक और सकारात्मक नतीजों की बाट जोह रहा है। अभी PM Modi मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के न्योते पर पड़ोसी मुल्क की यात्रा पर हैं।
मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल ने PM Modi के मौजूदा दौरे को लेकर भारत से बड़ी उम्मीदें जताई हैं। मॉरीशस के विदेश एवं व्यापार मंत्री धनंजय रामफुल ने व्यापक आर्थिक सहयोग और भागीदारी समझौते (सीईसीपीए) पर फिर से विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि मॉरीशस की स्थिति को एक पसंदीदा निवेश माध्यम के रूप में बहाल किया जा सके।

साल 2016 में संधि के संशोधन के बाद से द्वीप राष्ट्र से भारत में FDI प्रवाह में तेजी से गिरावट आई है। वर्ष 2000 से मॉरीशस ने भारत में कुल 175 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया है, जो भारत के कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का 25% है।
हालांकि 2016 के संशोधन के बाद मॉरीशस से FDI 2016-17 में 15.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर से गिरकर 2022-23 में 6.13 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया है। इस गिरावट के बावजूद मॉरीशस 2022-23 में भारत का तीसरा सबसे बड़ा एफडीआई स्रोत बना रहा है।

भारत से उम्मीदों को लेकर बाले मॉरीशस के विदेश मंत्री…
मॉरीशस के विदेश एवं व्यापार मंत्री धनंजय रामफुल ने कहा कि – ‘…भारतीय निवेशकों के लिए मॉरीशस अफ्रीका के लिए एक रणनीतिक प्रवेश द्वार के रूप में है। भारतीय निवेशकों को अफ्रीका में निवेश करने के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में मॉरीशस को एक मंच के रूप में उपयोग करने का अवसर भी लेना चाहिए।
…मॉरीशस भारत के साथ डबल टैक्सेशन एवॉयडेंस कन्वेंशन (DTAC) सहित अपने व्यापार समझौते में संशोधन के लिए जोर दे रहा है। व्यापक आर्थिक सहयोग और भागीदारी समझौते (सीईसीपीए) पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है ताकि मॉरीशस की स्थिति को एक पसंदीदा निवेश माध्यम के रूप में बहाल किया जा सके।

…DTAC में संशोधन पर अभी भी चर्चा चल रही है। मुझे लगता है कि दो मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए। मुझे जो बताया गया है, उसके अनुसार एक बार यह सुलझ जाए तो वे प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करेंगे। संयुक्त समिति का दूसरा सत्र शीघ्र ही आयोजित किया जाएगा। इसमें सीईसीपीए और डीटीएसी दोनों पर पुनर्विचार किया जाएगा।
…इसका उद्देश्य व्यापार असंतुलन और कराधान संबंधी मुद्दों का समाधान करना है। हमने भारत के साथ व्यापक मुक्त व्यापार समझौते सीईसीपीए पर हस्ताक्षर किए हैं और मॉरीशस की ओर से गिरावट आई है। हम भारत को उतना निर्यात नहीं करते हैं।’