पटना : बिहार के निवर्तमान डीजीपी आरएस भट्टी ( R S Bhatti )का आज विदाई समारोह किया गया। R S Bhatti बीएमपी-5 पहुंचे और विदाई समारोह में शामिल हुए। आरएस भट्टी ने परेड का निरीक्षण किया। भट्टी ने बतौर बिहार के डीजीपी रहते हुए संबोधन किया। उन्होंने कहा कि मेरा पहला पुलिसिंग बीरपुर से शुरू हुई थी। बिहार में जो भी समस्या यहां की चुनौतियां के कारण मेरा जुड़ाव बिहार से होता चला गया। यह के लोग अच्छाइयों को समझते है। बीरपुर थाना और बिहार से काफी कुछ सीखा। मैंने पुलिसिंग में बिहार से ही सीखा है।
बतौर डीजीपी R S Bhatti ने आगे कहा कि मेरी बुनियादी समझ यही है कि न्याय का पहला द्वार थाना है। हमने जो भी प्रयास किया उसको देखेंगे तो उसमें थाना दिखेगा। आज यही बिहार पुलिस पीड़ित को महज 20 मिनट में सहायता पहुंचा रही है। बिहार पुलिस को अच्छे से ट्रेनिंग दीजिए तो वो बेहतर करता है। थानों में मैंने स्टेशन डायरी मैंने डिजिटल कर दी।
थानों में मैंने स्टेशन डायरी मैंने डिजिटल कर दी। नागरिक का अधिकार है वो न्याय पाने की है। मेरा कर्तव्य है कि जबतक आप सही बात नहीं करेंगे लोगों में आपका विश्वास नहीं बढ़ेगा। हमारे पास अनुसंधानकर्ता की कमी थी लेकिन आज की तारीख में 25 हजार हो गई है दो हजार ट्रेनिंग कर रहे हैं। नेशनल रिकॉर्ड में जल्द 27 हजार हो जाएगा।
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R S Bhatti पहुंचे BMP-5 :
उन्होंने कहा कि मैंने अपने अधिकारियों को आंकड़ों से घबड़ाने को नहीं कहा। यातायात को सुदृढ़ करने की दिशा में मैंने पहल की। सेंटर से सड़क के विशेषज्ञ अधिकारी आए सर्वे किए रिपोर्ट दिए हैं, जल्द उस पर कारवाई होगी। 15 तारीख से महिलाओं की सुरक्षा पर हमलोग फोकस करके डिजिटल तरीके से काम करेंगे। 15 हजार पुलिसकर्मियों को प्रमोशन दिया।
नए कानून को लागू करने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी अब वो लोग काम कर रहे हैं। मैं अपने पूरे पुलिस परिवार को धन्यवाद देता हूं। बिहार में बड़े निर्णय होते है अब मैं केंद्र में जा रहा हूं। वहां भी अपने बिहार के अनुभव से काम करूंगा। आप सभी पुलिस परिवार के लिए मेरा दरवाजा सदैव खुला रहेगा।
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चंदन कुमार तिवारी की रिपोर्ट