शाहजहांपुर : यूपी के शाहजहांपुर के महामूर्ख सम्मेलन में स्वामी चिन्मयानंद बने मूर्खाधिपति और ममता यादव मूर्खाधिराज। यूपी के शाहजहांपुर में रचनात्मक संस्था संकल्प के द्वारा बहुचर्चित कार्यक्रम महामूर्ख सम्मेलन आयोजित हुआ।
Highlights
इसमें पूर्व केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री व मुमुक्षु शिक्षा संकुल के अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद को मूर्खाधिपति एवं शाहजहांपुर ज़िला पंचायत की अध्यक्ष ममता यादव को मूर्खाधिराज की से अलंकृत किया गया।
शाहजहांपुर के एस.एस. कॉलेज सभागार में हुए इस आयोजन में जहाँ एक ओर विभूतियों के अजब ग़ज़ब श्रृंगार से लोग आनन्दित हुए वहीं दूसरी ओर आमन्त्रित हास्य कवियों ने श्रोताओं को भी खूब लोटपोट किया ।
डॉ इन्दु अजनबी बने मूर्ख संचालक…
एस.एस. कॉलेज सभागार में आयोजित हुआ महामूर्ख सम्मेलन हास्य से भरपूर रहा।इस महामूर्ख सम्मेलन में पूर्व केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री स्वामी चिन्मयानंद एवं ज़िला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव के अलावा पधारीं अन्य विभूतियों को अलंकृत किया गया।
सम्मेलन में शाहजहांपुर के नगर आयुक्त डॉ बिपिन कुमार मिश्र, जेल अधीक्षक मिजाजी लाल व योग विज्ञान संस्थान की जिला महिला प्रमुख ज्योति गुप्ता को मूर्ख शिरोमणि की उपाधि से विभूषित किया गया । यह सम्मान सभी को उनके अपने क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
जब मूर्ख संचालक के सम्मान के लिए कवि डॉ इन्दु अजनबी के नाम की घोषणा की गई तो लोगों खूब तालियाँ बजाकर उनका अभिनन्दन किया । सभी सम्मानित विभूतियों को विशेष जोकरनुमा टोपी, खिलौनों, सब्जियों की माला व विशेष पात्र में रखें बैगन से सम्मानित किया गया।

महामूर्ख सम्मेलन का शुभारंभ भी रहा रोचक…
शाहजहांपुर के एसएस कॉलेज में हुए इस महामूर्ख सम्मेलन का शुभारंभ भी खासा रोचक एवं हास्य से परिपूर्ण रहा। कार्यक्रम का शुभारम्भ परम्परागत रूप से मूर्खाधिराज के चित्र (आईना) का अनावरण व समक्ष मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती जलाकर अतिथियों द्वारा किया गया।
स्वागत सम्बोधन मूर्ख संस्थापक डॉ अवधेश मणि त्रिपाठी द्वारा दिया गया। डॉ अवनीश मिश्र ने संस्था का परिचय प्रस्तुत किया।
इस सम्मेलन के संयोजन में प्रमुख रूप से डॉ सत्य प्रकाश मिश्र, डॉ एस के मिश्र, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉ केके शुक्ल, हर चरन सिंह दुआ, गुर प्रकाश होरा,आशापाल, शशि गुप्ता, त्रिलोकी नाथ पांडेय, विजय तुली, सर्वेश चन्द्र मिश्र धांधू, उमेश मखीजा व अनामिका अवस्थी का विशेष सहयोग रहा।

महामूर्ख सम्मेलन में काव्य रचनाएं सुनकर श्रोता हुए लोटपोट
इस महामूर्ख सम्मेलन में प्रतिभागी कवियों की हास्य-पुट वाली रचनाओं का रोचक पाठ किया गया। हर काव्य-पाठ ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया एवं लोटपोट कर दिया। सम्मेलन में हास्य कवियों में देवेन्द्र दीक्षित शूल (सिकंदराराऊ), हेमा पांडेय ( लखनऊ) व विजय तन्हा ( पुवायां) ने भी अपनी रचनाओं से खूब तालियाँ बटोरीं।

सम्मेलन में प्रमुख रूप से डॉ आरके अवस्थी, डॉ आर के आज़ाद, जे एस ओझा, ओंकार मनीषी, डॉ मयंक पांडेय, अभिषेक दीक्षित, डॉ आनन्द प्रकाश मिश्र, डॉ गौरव मिश्रा, माधवी अश्वनी मिश्रा, गीता पांडेय, द्विजेन्द्र मिश्र, ललित गर्ग, सुनील मूर्ति अंचल, प्रमोद गुप्ता, राजीव गुप्ता, डॉ राजेन्द्र कुशवाहा, अर्चना दीक्षित, जीसी मिश्रा, राजेश दीक्षित, प्रवीण मिश्रा, डॉ सुशील कुमार मिश्रा, करुणेश अवस्थी, संध्या गुप्ता, ललित मोहन, अजय गुप्ता, सुधांशु त्रिपाठी, सुशील मिश्रा, डॉ राकेश मेहरोत्रा, डॉ सुरेश मिश्रा, चन्द्र भान त्रिपाठी, अशोक अग्रवाल, ओम सिंह ऐड., नरेन्द्र कुमार गुप्ता, विपुल त्रिवेदी, इंजी. आरके अग्रवाल , विभा अग्रवाल , संजीव सक्सेना कन्हैया, बलराम शर्मा, सरदार शर्मा, कौशलेन्द्र मिश्र, अभिनय गुप्ता समेत अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।
सम्मेलन का संचालन कवि डॉ इन्दु अजनबी ने किया जबकि अंत में आभार अध्यक्ष हिमांशु पाराशरी द्वारा व्यक्त किया गया।