Desk. खबर हेल्थ से जुड़ी हुई है। कैंसर, डायबिटीज, हृदय संबंधी बीमारियों और अन्य एंटीबायोटिक दवाओं सहित सरकार द्वारा नियंत्रित दवाएं जल्द ही महंगी हो जाएंगी। इस पर केंद्र सरकार जल्द ही फैसला ले सकती है। बताया जा रहा है कि इन दवाओं की कीमतों में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
कैंसर, डायबिटीज समेत कई दवाएं होंगी महंगी
दरअसल, अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे के सहयोगी बिजनेस टुडे ने सरकारी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट की है कि कैंसर, मधुमेह, हृदय संबंधी बीमारियों और अन्य एंटीबायोटिक दवाओं सहित सरकार द्वारा नियंत्रित दवाएं जल्द ही महंगी हो जाएंगी। इन दवाओं की कीमतों में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जा सकती है।
फार्मा कंपनियों के उल्लंघन के मामले पाए गए
बताया जा रहा है कि भारत की नियामक एजेंसी राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए), जो दवाइयों की कीमतें तय करती हैं। उसने फार्मा कंपनियों द्वारा उल्लंघन के 307 मामले पाए हैं। यह औषधि (मूल्य नियंत्रण) आदेश (डीपीसीओ), 2013 के अनुसार दवाइयों के लिए अधिकतम मूल्य निर्धारित करता है। सभी निर्माताओं और विपणक को अपने उत्पादों को एनपीपीए द्वारा निर्धारित अधिकतम मूल्य (साथ ही लागू माल और सेवा कर) पर या उससे कम पर बेचना चाहिए।
इस महीने की शुरुआत में रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने कहा कि आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 में सूचीबद्ध दवाओं की मूल्य सीमा के कारण औसत मूल्य में कमी से रोगियों के लिए लगभग 3,788 करोड़ रुपये की अनुमानित वार्षिक बचत हुई है।
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