Sahibganj- प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ, साहिबगंज की बैठक में शिक्षक कंचन दास को श्रद्धा सुमन करते हुए प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी ने कहा कि 15 दिसंबर 2018 को दुमका के पारा शिक्षक साथी कंचन दास तत्कालीन कल्याण मंत्री लुईस मरांडी के आवास पर धरना देते हुए शहीद हुए थे. स्वर्गीय कंचन दास का सपना था कि झारखंड के सभी 65000 पारा शिक्षकों को स्थायीकरण और वेतनमान का लाभ मिले.
विकास कुमार चौधरी ने कहा कि कंचन दास की शहादत व्यर्थ नहीं गई. आखिरकार सरकार ने शिक्षकों को स्थायीकरण की घोषणा कर दी. इसके साथ ही टेट उत्तीर्ण पारा शिक्षकों के मानदेय में 50% ,गैर टेट पारा शिक्षकों मानदेय में 40% की वृद्धि, आकलन परीक्षा पास करने के बाद गैर टेट पास पारा शिक्षकों के मानदेय में 10% की बढ़ोतरी, प्रति वर्ष 4% मानदेय की बढ़ोतरी की घोषणा की गई है. आकलन परीक्षा पास करने के लिए सामान्य जाति को 40% अनुसूचित जाति-जनजाति को 35% अंक हासिल करना होगा. पारा शिक्षकों को सामान्य भविष्य निधि से भी जोड़ा जाएगा.
रिपोर्ट- अमन राय