बिहार में पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग शुक्रवार को कराई जा रही है. इसमें 10 जिलों के 12 प्रखंडों में वोट डाले जा रहे हैं. फिलहाल वोटिंग जारी है. कुछ जगहों पर इंटरनेट की समस्या सामने आई है. वहीं कुछ जगहों पर प्रत्याशियों के चुनाव चिन्ह गलत हो जाने की वजह से प्रत्याशी खासे परेशान हैं.
गया में इंटरनेट की वजह से वोटिंग में आई समस्या
बिहार का अति संवेदनशील क्षेत्र और नक्सलियों का रेड जोन माने जाने वाला गया में पंचायत चुनाव के पहले चरण मतदान जारी है. गांव में पंचायत चुनाव को लेकर काफी उत्साह का माहौल है. बेलागंज के कई इलाकों में ईवीएम मशीन से चुनाव के दौरान कई इलाकों में इंटरनेट नहीं होने की वजह से दिक्कतें आईं.
बेलागंज प्रखंड के खनेटा पंचायत में बूथ संख्या 140 पर मतदान रुका भी था. वहीं दूसरी ओर बढाई बीघा की बूथ संख्या 73 और 77 पर भी मतदान रुका. कुछ जगहों पर मतदाताओं को प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा धमकाने का भी मामला सामने आया है. पहले चरण के मतदान के लिए गया के दो प्रखंडों (बेलागंज और खिरजरसराय) में 478 मतदान केंद्र बनाये गए हैं. प्रखंड के सभी मतदान केंद्रों के 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू है. दोनों प्रखंडों से कुल 3,217 प्रत्याशी मैदान में हैं .
मुंगेर के तारापुर प्रखंड में 10 पंचायतों के लिए मतदान हो रहा है. बता दें कि वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई थी और शाम 5 बजे तक चलेगी . इसमें 908 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद होगा. यहां मतदान के लिए 110 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं. शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए 750 पुलिस अधिकारी, जवानों को तैनात किया गया है.
कैमूर जिले में बायोमैट्रिक मशीन खराब
कैमूर जिले में भी मतदान शुरू हो चुका है. वहां राम जानकी प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय सकरी के बूथ नंबर 165 में बायोमैट्रिक मशीन खराब हो गई थी. इसके चलते मतदान 10 मिनट के लिए बाधित भी हुआ था. फिर बाद में बिना बायोमैट्रिक मशीन के ही वोटिंग शुरू हुई. मतदान केंद्रो पर भारी संख्या में मतदाता पहुंच रहे. बहुत ही शांतिपूर्ण ढ़ग से चुनाव किया जा रहा. जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए काफी चुस्त दुरुस्त इंतेजाम की हैं.