BOKARO: झारखंड में 38 प्रतिशत युवा किसी न किसी रुप में तम्बाकू का सेवन करते हैं. यह बातें बोकारो में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत कमांडेंट डॉ आशीष सन्डीलिया ने कही.
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सी०आर०पी०एफ 26 बटालियन की अध्यक्षता में सी०आर०पी०एफ० के जवानों को तम्बाकू उपयोग से होने वाले दुष्प्रभाव पर उन्नमुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे- 2 के अनुसार झारखण्ड में 38 प्रतिशत युवा किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं, जिसमें 59 प्रतिशत पुरुष और 17 प्रतिशत महिलाए हैं. सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पादों से होने वाले हजारों प्रकार की घातक बीमारियां जैसे कैंसर, हृदय रोग और फेफड़ों की बीमारी तथा असामयिक मृत्यु का खतरा भी रहता है.
बोकारो में संचालित हैं दो तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र

प्रशिक्षण में डा० सेलिना टूडू द्वारा सभी जवानो को बताया गया कि तम्बाकू को छोड़ने के लिए जिले में दो तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र पहले से संचालित है उसका फायदा सभी लोग ले सकते हैं. सभी जवानों को कार्बनमोनो आक्साईड मशीन व स्पाईरो मीटर से डेमो करके दिखाया गया.
कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डा० सेलिना टूडू और
असलम के द्वारा तम्बाकू के दुष्प्रभाव और कोटपा
अधिनियम की विभिन्न धाराओं के बारे में बताया गया.
उन्होंने कहा कि कोटपा अधिनियम 2003 की धारा-4 के
अन्तर्गत सभी सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को
प्रतिबंधित किया गया है, दोषी व्यक्ति पर 200 रु तक का जुर्माना हो सकता है.
ज्ञात हो कि बोकारो जिला को धूम्रपान मुक्त जिला
घोषित किया जा चुका है और जो कार्यालय सार्वजनिक
स्थान की श्रेणी में आतें हैं जिन्हें धूम्रपान मुक्त/तम्बाकू मुक्त क्षेत्र
घोषित किया गया है. साथ ही कार्यक्रम में धाराओ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
इस मौके पर डॉ आशीष सन्डीलिया कमान्डेन्ट सीआरपीएफ 26 बटालियन, डॉ सेलिना टूडू, नोडल पदाधिकारी एनसीडी बोकारो जिला परामर्शी मो असलम, मुकेश कुमार और छोटे लाल दास उपथित थे.