मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में संदिग्ध स्थिति में दो लोगों की मौत हो गई है। मृतक के परिजन शराब पीने से मौत होने की बात बता रहे हैं। शराब पीने से हुई मौत की बातें सामने आने के बाद पुलिस ने दोनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया है। उत्पाद विभाग अधीक्षक समेत वरीय पुलिस अधिकारी हरसिद्धि पहुंचे हुए हैं। साथ ही पुलिस ने इस मामले की जांच शुरु कर दी है। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने संदिग्ध शराब कारोबारियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है और एक शराब कारोबारी की गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है।घटना हरसिद्धि थाना क्षेत्र के धवही और बैरिया गांव की है।
मिली जानकारी के अनुसार हरसिद्धि थाना क्षेत्र के घोघराहा बैरिया के पूर्व सैनिक गौरी शंकर राम को शुक्रवार को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गौरी शंकर राम की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजन मृतक के शव लेकिन कर हरसिद्धि थाना पर गए। जहां से पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के भतीजा राकेश कुमार ने बताया कि चाचा ने शराब पी थी। उनको पेट में दर्द हुआ। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।
वहीं हरसिद्धि थाना क्षेत्र में धवही गांव के 40 वर्षीय उमेश पटेल की तबियत खराब होने पर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी मौत हो गई। मृतक उमेश पटेल के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की शाम में उमेश पटेल ने शराब पी थी।रात में अचानक उनको उल्टी होने लगा और आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। उनको लेकर अहले सुबह तीन बजे सदर अस्पताल पहुंचे। तब तक उनकी मौत हो गई थी। परिजनों के द्वारा शराब पीने से मौत होने की बात सामने आने के बाद तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। मृतक के बेसरा को पिजर्व किया गया। जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा।
एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि दो लोगों की मौत हुई है। मृतकों के परिजन संदेहास्पद मौत होने की बात बता रहे हैं। इस मामले की जांच के लिए एएसपी श्रीराज के नेतृत्व में टीम बनाई गई है। मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। वहीं सदर एएसपी आईपीएस श्रीराज ने बताया कि मृतक उमेश पटेल के परिजन शराब पीने से मौत होने की बात कह रहे हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। संदिग्ध शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
14 अप्रैल को पिता पुत्र समेत आठ लोगों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में इनके मौत का कारण डायरिया बताया। जब काफी संख्या में लोग बीमार पड़ने लगे और बीमार लोगों ने शराब पीने की बात कबूली। तब जाकर मामला सामने आया कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। जहरीली शराब पीने से मौत आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ने लगा।कुल 45 लोगों की मौत हो जाने की जानकारी सामने आई। जबकि जिला प्रशासन 31 लोगों के मौत की पुष्टि करती रही और 10 लोगों के पोस्टमार्टम की बात जिला प्रशासन द्वारा बताई गई थी। इस जहरीली शराब कांड के अभी दो माह हीं हुए है और एक बार फिर शराब पीने से दो लोगों के संदिग्ध मौत का मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन के बीच हड़कम्प मच गया है।