Tuesday, July 1, 2025

Latest News

Related Posts

नागपुर हिंसा पर बोले सीएम फडणवीस – छावा फिल्म ने लोगों में औरंगजेब के खिलाफ गुस्से को भड़काया…

डिजिटल डेस्क : नागपुर हिंसा पर बोले सीएम फडणवीस – छावा फिल्म ने लोगों में औरंगजेब के खिलाफ गुस्से को भड़काया…। महाराष्ट्र के नागपुर में हिंसा की घटना पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में अहम बयान दिया है।

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में नागपुर की हिंसा को लेकर कहा कि – ‘…छावा फिल्म ने लोगों के औरंगजेब के खिलाफ गुस्से को भड़काया है, लेकिन सभी को राज्य में शांति बनाए रखनी चाहिए। …ऐसा लगता है कि यह हिंसा सुनियोजित थी।

…पुलिस पर हमले को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। …विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद अफवाह फैली कि धार्मिक सामग्री को जलाया गया।

…ऐसा लगता है कि यह सुनियोजित हिंसा थी, लेकिन किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।’

शिंदे : औरंगजेब का समर्थन बर्दाश्त नहीं…

इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने नागपुर हिंसा पर अहम बयान दिया है। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे से मीडिया से कहा कि – ‘…महाराष्ट्र में औरंगजेब का समर्थन करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। …नागपुर में जो घटना घटी, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।

…पुलिस जांच कर रही है कि क्या यह सुनियोजित साजिश थी या नहीं। …डीसीपी स्तर के चार अधिकारी हिंसा में घायल हुए। …सीएम घटना की समीक्षा कर रहे हैं।

…पुलिस का कहना है कि कई लोग बाहर से आए। पेट्रोल बम फेंके गए। पुलिस पर हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। …दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। …मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।’

हिंसा के बाद वाली सुबह मंगलवार को नागपुर के सड़कों की तस्वीर
हिंसा के बाद वाली सुबह मंगलवार को नागपुर के सड़कों की तस्वीर

नागपुर हिंसा पर 5 FIR दर्ज, 50 से अधिक हिरासत में…

नागपुर के प्रभारी मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए माहौल को खराब किया गया और उन्होंने विपक्ष से मामले का राजनीतिकरण न करने की अपील की। पुलिस आयुक्त और जिला कलेक्टर के साथ समीक्षा बैठक करने वाले बावनकुले ने सभी समुदायों के सदस्यों से सौहार्द बनाए रखने की भी अपील की।

मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘…गृह विभाग की ओर से कोई चूक नहीं हुई। पुलिस हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच (हिंसा के दौरान) ढाल बनकर खड़ी रही, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए। …फिलहाल स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण है, लेकिन पर्याप्त पुलिस बल तैनात होने के कारण शहर में शांति है।’

इसी क्रम में नागपुर में बीते सोमवार को हुई हिंसा को लेकर मंगलवार की सुबह से पुलिस का एक्शन जारी है।

नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंघल ने मंगलवार को बताया कि- ‘…नागपुर शहर में हुई हिंसा के सिलसिले में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं।

…बीते सोमवार शाम को मध्य नागपुर में हिंसा भड़क उठी, जिसमें पुलिस पर पथराव किया गया। …यह अफवाह फैली कि मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र (छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित) को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र पुस्तक को जलाया गया।’

नागपुर हिंसा के दौरान बलवाइयों की आगजनी की शिकार कार।
नागपुर हिंसा के दौरान बलवाइयों की आगजनी की शिकार कार।

धर्मग्रंथ जलाने की अफवाह से फैली हिंसा, नागपुर शहर में कर्फ्यूू लागू…

महाराष्ट्र के नागपुर में बीते सोमवार की रात की हुई हिंसा के पीछे की असल वजह सामने आई है। बताया जा रहा है कि नागपुर में बीते सोमवार की रात भड़की हिंसा के पीछे एक धर्मग्रंथ को जलाने की फैली अफवाह ही मुख्य वजह रही।

बताया जा रहा है कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक संगठन के प्रदर्शन के दौरान एक धर्मग्रंथ जलाए जाने की अफवाह फैलने के बाद नागपुर में सोमवार को हिंसा भड़क गई। नागपुर पुलिस के अनुसार, उपद्रव बीते सोमवार रात उस समय शुरू हुआ, जब बजरंग दल के सदस्यों ने महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया।

पुलिस ने बताया कि अफवाह फैली कि आंदोलन के दौरान धर्मग्रंथ को जलाया गया है। बजरंग दल के प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हुए। उससे मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया। गणेशपेठ थाने में शाम को कथित तौर पर धर्मग्रंथ जलाने के लिए शिकायत भी दर्ज कराई गई।

पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद, बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग महल इलाके के अलग-अलग हिस्सों में इकट्ठा होने लगे। पुलिस ने संकट की आशंका को देखते हुए गश्त तेज कर दी और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया गया लेकिन उसी दरम्यान उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए हिंसा का नंगा नाच शुरू कर दिया।

क्षतिग्रस्त वाहन बयां कर रहे नागपुर हिंसा के तांडव की कहानी।
क्षतिग्रस्त वाहन बयां कर रहे नागपुर हिंसा के तांडव की कहानी।

बीते सोमवार की रात हुई हिंसा के बाद शुरू हुए पुलिस के एक्शन और ऐहतियातन लगाए गए अनिश्चिचकालीन कर्फ्यू के बाद पूरे नागपुर में मंगलवार की सुबह से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। जहां-तहां दंगाइयों की हिंसा का शिकार हुए वाहन खाक हुए हाल में या फिर क्षतिग्रस्त हाल में पड़े हुए हैं।

लोगों के घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद हैं। RAF, QRT और विशेष पुलिस वाहनियों की टुकड़ियां नागपुर के सड़कों, गलियों और मोहल्लों में गश्त कर रही हैं। पूरे इलाके में बलवाइयों की तलाश में सर्च ऑपरेशन भी लॉंच कर दिया गया है।

नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र कुमार सिंगल ने बताया कि- ‘…नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।

…यह कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा। संवेदनशील इलाकों में RAF, QRT (त्वरित प्रतिक्रिया दल), दंगा नियंत्रण पुलिस और SRPF (राज्य रिजर्व पुलिस बल) को उतारा गया है। विभिन्न थानों से अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया है।

…स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने बलवाइयों का तलाशी अभियान शुरू किया है। हुई हिंसा के जिम्मेमदार एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।’

Loading Live TV...

📍 लोकेशन और मौसम लोड हो रहा है...