रांची: राज्य में जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों के फर्जी रजिस्ट्रेशन को लेकर योजना एवं विकास विभाग के अधीन अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय ने गहरी चिंता जतायी है। निदेशालय को रांची नगर निगम, पूर्वी सिंहभूम और चतरा जिले से बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाणपत्र निबंधन की शिकायतें मिली हैं। इन्हीं शिकायतों की जांच के लिए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल गठित किया गया है।
हालांकि, रांची नगर निगम द्वारा जांच में सहयोग नहीं किया जा रहा है। जांच दल को अब तक निगम की ओर से जरूरी दस्तावेज और जानकारी नहीं मिल सकी है, जिससे जांच प्रक्रिया ठप पड़ गई है। बताया गया है कि जांच का मुख्य उद्देश्य ऐसे मामलों की पुष्टि करना है, जहां एक ही व्यक्ति के जन्म या मृत्यु की दो अलग-अलग तिथियों वाले प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।
जांच दल ने 21 और 22 मई को रांची नगर निगम का दौरा किया था, जहां उन्होंने निबंधक से फर्जी रजिस्ट्रेशन से जुड़े अभिलेखों की मांग की। लेकिन अधिकारियों के अनुसार निबंधक की ओर से गोलमोल जवाब दिए गए और कोई स्पष्ट विवरण नहीं सौंपा गया। मजबूरन जांच दल को बिना किसी दस्तावेज के लौटना पड़ा।
इस पूरे प्रकरण पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी श्रवण ने रांची नगर निगम के प्रशासक को पत्र भेजकर जांच में हो रहे बाधा की जानकारी दी है। उन्होंने मांग की है कि निगम प्रशासन निबंधक को निर्देश दे कि वे जांच दल को सभी आवश्यक दस्तावेज और तथ्यात्मक विवरण तत्काल उपलब्ध कराएं, ताकि पारदर्शी जांच संभव हो सके और दोषियों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जा सके।