सहरसा : बिहार के सहरसा में शुक्रवार यानी 17 अक्टूबर को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) इंजेक्शन के चलते 30 से 35 के आसपास छात्राओं की तबीयत खराब हो गई। कुछ छात्राएं बेहोश हो गईं। पूरा मामला सत्तर कटैया प्रखंड के मध्य विद्यालय आरन का है। तबीयत बिगड़ते ही स्कूल में हंगामा मच गया। परिजन और स्कूल के कर्मियों ने इन्हें सदर अस्पताल में भर्ती करवाया। सभी बीमार छात्राओं के एक साथ पहुंचने पर सदर अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। सदर अस्पताल में भर्ती छात्राओं में तराना खातून, प्रियंका, रानी कुमारी, रितु कुमारी, शिवरानी कुमारी, पूजा, अंजली कुमारी, अजमेरी, सिकी कुमारी और सोनाक्षी कुमारी आदि हैं।
डॉक्टर की टीम स्कूल आई थी, बताया कि जो भी बच्चे हैं सबको इंजेक्शन पड़ेगा – परिजन
इस मामले में एक छात्रा के परिजन मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि डॉक्टर की टीम स्कूल आई थी, बताया कि जो भी बच्चे हैं सबको इंजेक्शन पड़ेगा। इस इंजेक्शन से कई बीमारियां ठीक होती हैं। जब बच्चों को इंजेक्शन दिया तो एक बच्ची बेहोश हो गई। दूसरी बच्चे को दिया गया तो वो भी बेहोश हो गई।
सूचना मिलने के बाद भागे-भागे जिलाधिकारी दीपेश कुमार अस्पताल पहुंचे
बताया गया कि इस तरह करीब 30-35 बच्चियां बेहोश हो गईं। प्रिंसिपल की अनुमति से ही बच्चियों को इंजेक्शन दिया गया है। उनको समझना चाहिए जब एक इंजेक्शन देने से बच्ची बेहोश हो गई तो उनको इसे रोकना चाहिए था। सूचना मिलने के बाद भागे-भागे सहरसा के जिलाधिकारी दीपेश कुमार अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इस पूरे मामले में बताया कि एचपीवी सर्वाइकल कैंसर का इंजेक्शन होता है, वहीं बच्चियों को पड़ना था। करीब 15 बच्चियां यहां आई हैं। डॉ. ने बताया कि बहुत जल्द बच्चियां ठीक हो जाएंगी।
क्या होता है एचपीवी इंजेक्शन?
दुनियाभर में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस से बचाव के लिए सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीनेशन लगाया जा रहा है। एचपीवी वायरस के कारण महिलाओं के यूटरस और प्राइवेट पार्ट्स में कैंसर होने का रिस्क रहता है। इसलिए पीरियड्स होने के बाद लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीनेशन लगाने की सलाह दी जाती है, ताकि भविष्य में कैंसर की इंफेक्शन की शुरुआत को रोका जा सके। नौ से 14 साल की बच्चियों को यह दिया जाता है।
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