झारखंड शराब घोटाला में एसीबी ने आईएएस मनोज कुमार से चार घंटे पूछताछ की। कई सवालों के जवाब न मिलने पर आज फिर बुलाया। मुकेश कुमार भी तलब।
ACB की पूछताछ रांची : शराब घोटाला मामले की जांच कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने बुधवार को तत्कालीन उत्पाद सचिव और वर्तमान समाज कल्याण विभाग के सचिव IAS मनोज कुमार से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान ACB अधिकारियों ने उनसे कई वित्तीय और प्रशासनिक निर्णयों पर सवाल पूछे।
सूत्रों के अनुसार, मनोज कुमार से यह जानने की कोशिश की गई कि आखिर किन परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ की दो कंपनियों को भुगतान किया गया, जबकि उन पर पहले से ₹450 करोड़ रुपये का बकाया था। इन कंपनियों को कथित तौर पर बिना तत्कालीन मंत्री की अनुमति के ₹11 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
Key Highlights
झारखंड शराब घोटाला मामले में ACB ने IAS मनोज कुमार से चार घंटे तक पूछताछ की।
मनोज कुमार वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के सचिव हैं, पहले उत्पाद सचिव थे।
कई बिंदुओं पर पूछताछ के दौरान मनोज कुमार के जवाब ACB को असंतोषजनक लगे।
ACB ने उन्हें आज (गुरुवार) दोबारा पूछताछ के लिए मुख्यालय बुलाया है।
इसी मामले में तत्कालीन उत्पाद सचिव मुकेश कुमार को भी आज पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
जांच में सामने आया कि छत्तीसगढ़ की दो कंपनियों को ₹11 करोड़ का भुगतान बकाया ₹450 करोड़ के बावजूद किया गया।
ACB की पूछताछ
ACB अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में मनोज कुमार ने कई सवालों के स्पष्ट जवाब नहीं दिए हैं, जिसके चलते उन्हें गुरुवार को फिर से मुख्यालय बुलाया गया है। वहीं, इस मामले में तत्कालीन उत्पाद सचिव मुकेश कुमार को भी तलब किया गया है। उन्हें पहले ही नोटिस भेजा गया था और आज उनसे भी पूछताछ होनी है।
ACB की पूछताछ
मामले की जांच से जुड़े अधिकारी का कहना है कि एसीबी को अब तक मिली जानकारी से यह स्पष्ट है कि भुगतान की प्रक्रिया में कई अनियमितताएं हुईं, और इसमें उच्च स्तर की भूमिका की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। आने वाले दिनों में कुछ और अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
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