Dhanbad : धनबाद से एक अत्यंत ही शर्मनाक घटना घटी है जहां अशर्फी अस्पताल में नवजात शिशु को छोड़कर उसके परिजन चले गए क्योंकि बच्चों के जन्म के बाद ओवर ब्लीडिंग के कारण प्रसूता की मौत हो गई थी और उसके परिवार जनों के साथ उसके पिता ने भी अब उसकी जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया है। पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए धनबाद CWC एवं डालसा सचिव नवजात की मदद के लिए सामने आये हैं और उनकी देखरेख में अब नवजात का इलाज चल रहा है।
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शर्मनाक : बिल भरने के डर से परिजनों ने मासूम को अपनाने से किया इंकार
दरअसल पूरा मामला गिरिडीह जिले की एक मुस्लिम परिवार की बेरुखी से जुड़ा है। जहां प्रसव के बाद महिला की मौत हो जाती है और उसके नवजात बच्ची को छोड़कर परिवार के लोग चले जाते हैं। बाद में जब अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को सूचना दी गयी है तो ईलाज बिल भरने के डर से उन लोगों ने नवजात को अपनाने से इनकार कर दिया। यहां तक कि उसके पिता ने भी बच्चे को अपनी जिम्मेवारी में लेने से इनकार कर दिया।
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जिसके बाद पूरे मामले में CWC चेयरपर्सन उत्तम मुखर्जी एवं डालसा सचिव राकेश रोशन ने अस्पताल जाकर नवजात की बेहतर इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया इलाज में होने वाले खर्च को भी डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड वेलफेयर कमेटी से भुगतान करवाने का आश्वासन दिया। अब उक्त नवजात बच्ची को इलाज के पश्चात अगर परिवार वाले नहीं अपनाते हैं तो एडॉप्शन सेंटर भेजकर आगे की कार्रवाई करने की बात कही गई है। इससे किसी निसंतान दम्पति को संतान सुख की प्राप्ति हो सकेगी।
धनबाद से राजकुमार जायसवाल की रिपोर्ट—