Muzaffarpur- उमस भरी गर्मी और तेज धूप के साथ ही जिले में एक बार फिर से एईएस का तांडव सामने आने लगा है.
एईएस से पहली मौत कांटी प्रखंड में हुई है. इसके पहले वैशाली और सीतामढ़ी जिले में भी एक-एक मौत की खबर है. अब तक जिले से 29 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि पूरे राज्य में कुल 45 मामलों की पुष्टि हुई है.
बच्चों की मौत की खबर सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में हैं. जन जागरुकता अभियान की शुरुआत कर दी गयी है.
जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह ने जिले में पहली मौत की पुष्टि की है. उन्होने कहा है कि जिला प्रशासन कई माह से बचाव के लिए प्रचार प्रसार में जुटी हुई है. जन जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. बचाव की जानकारी दी जा रही है.
बता दें कि चमकी बुखार वैक्टिरिया/ वायरस के संक्रमण से होता है. आम धारणा यह है कि लीची खाने के कारण भी यह बीमारी होती है, लेकिन इसके लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. कई लोग इसके फैलाव कारण मच्छर को मानते हैं. यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सफाई पर जोर दी जा रही है. खास कर शौच के बाद हाथ की सफाई को अहम माना जा रहा है.
रिपोर्ट- विशाल कुमार