Bokaro : सेक्टर-12 स्थित बिरसा वासा ग्राउंड मे स्थानीय बिरसा वासामे मॉर्निंग वारियर,बिरसा सहयोग समिति की ओर से झारखंड के युगपुरुष, आदिवासी चेतना के अग्रदूत और अलग राज्य आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने गुरुजी के योगदान को याद करते हुए 2 मिनट का मौन रखा और उन्हें अंतिम नमन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बिरसा हेल्थ ग्रुप के अध्यक्ष विनोद कुमार ने की। उन्होंने कहा, “आज पूरा झारखंड ही नहीं बल्कि देशभर में शोक की लहर है। न जाने कितने घरों में आज दुख के कारण चूल्हा तक नहीं जला होगा। गुरुजी का जाना सिर्फ एक नेता का जाना नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा के एक बड़े हिस्से का खो जाना है।”
Bokaro : गुरुजी जल, जंगल और जमीन की आवाज थे
इस मौके पर प्रशांत मल्लिक ने कहा, “गुरुजी जल, जंगल और जमीन की आवाज थे, जिन्होंने आदिवासियों की पीड़ा को दिल्ली तक पहुंचाया। आज उनका न होना झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता।”
वहीं, चास भाजपा दक्षिणी मंडल के उपाध्यक्ष गोविन्द गोप ने कहा, “झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में दिशोम गुरु का योगदान ऐतिहासिक है। उनकी राजनीतिक विरासत हमेशा हमें प्रेरणा देती रहेगी। आज हम बिरसा वासा ग्राउंड में एकजुट होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके सपनों के झारखंड को साकार करने का संकल्प लेते हैं।”
श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। गुरुजी के प्रति लोगों की आंखों में नमी थी और पूरे परिसर में ‘दिशोम गुरु अमर रहें’ के नारे गूंजते रहे। यह श्रद्धांजलि सभा गुरुजी के प्रति झारखंडियों के गहरे प्रेम और सम्मान का प्रतीक बनी।
चुमन कुमार की रिपोर्ट–
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