डिजीटल डेस्क : Breaking – बांग्लादेश ने पाकिस्तान को रावलपिंडी में बुरी तरह धोया, 10 विकेटों से हराकर दर्ज की ऐतिहासिक जीत। तख्तापलट और अशांति के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी साख बचाए रखने को पाकिस्तान पहुंची बांग्लादेश की क्रिकेट टीम ने मेजबान टीम को क्रिकेटीय अंदाज में घनघोर तरीके से बैईज्जत कर दिया है।
रावलपिंडी में खेले गए टेस्ट मैच के हर फार्म (बैटिंग, फील्डिंग और बॉलिंग व विकेट कीपिंग) में बांग्लादेशी खिलाड़ी पाकिस्तानियों पर भारी पड़े और पाकिस्तानी खिलाड़ी हर क्षेत्र में बांग्लादेशियों के खिलाफ इस मैच में फीके दिखे। इस हार के साथ ही पाकिस्तान का अपने घर में टेस्ट मैच जीतने का इंतजार और भी लंबा हो गया है।
पिछले ढाई साल से पाकिस्तान को अपनी जमीन पर एक भी टेस्ट मैच में जीत नहीं मिली है। मार्च 2022 से अभी तक पाकिस्तान ने 9 टेस्ट में से 5 गंवाए हैं जबकि 4 ड्रॉ रहे हैं।
बांग्लादेश ने पहली बार पाकिस्तान को टेस्ट क्रिकेट में धोया और वह भी कायदे से
क्रिकेट इतिहास पर नजर डालें तो पूरे 25 साल बाद एक बार फिर बांग्लादेश ने पाकिस्तान पर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वर्ष 1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को पहली बार वनडे मैच में हराने वाली बांग्लादेश ने 25 साल के बाद पहली बार इस टीम के खिलाफ टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया और वो भी उसकी ही जमीन पर।
यानी रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश ने अपनी दमदार बैटिंग और तेज गेंदबाजी के बाद घातक स्पिन बॉलिंग के दम पर पाकिस्तान की धज्जियां उड़ा दीं और 10 विकेटों से जीत हासिल कर ली।
इस तरह बांग्लादेश ने 13 टेस्ट मैचों में मिली निराशा के बाद 14वें टेस्ट में पहली बार पाकिस्तान को हरा दिया। साथ ही टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त लेकर मेजबान पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया है।
बांग्लादेशी स्पिनरों ने किया पाकिस्तान को बेइज्जत
रावलपिंडी में खेले गए टेस्ट मैच के पांचवें दिन बांग्लादेश की 117 रनों की लीड को खत्म कर बड़ा स्कोर खड़ा करने के इरादे से उतरी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 2 सेशन के अंदर 146 रन पर ही ढेर हो गई।
बांग्लादेश के जिस स्पिन बॉलिंग की अनदेखी कर पाकिस्तानी टीम सिर्फ तेज गेंदबाजों को लेकर मैच में उतरी थी, वही उसके लिए काल साबित हुई। बांग्लादेश के लिए शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज की स्पिन जोड़ी ने अपना कहर बरपाया और आखिरी दिन गिरे 9 में से 7 विकेट खुद झटके।
बांग्लादेश को सिर्फ 30 रन का लक्ष्य मिला जो ति उसके ओपनर्स ने आसानी से हासिल कर लिया। इसके साथ ही पिछले ढाई साल में पाकिस्तान को अपनी जमीन पर पांचवीं बार टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है।
मार्च-अप्रैल 2022 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के पाकिस्तान दौरे से ये सिलसिला शुरू हुआ था और तब से रावलपिंडी टेस्ट तक पाकिस्तान ने घर में कुल 9 टेस्ट मैच खेलेजिसमें उसे एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। इसमें 5 मैच पाकिस्तान ने गंवाए जबकि 4 मैच ड्रॉ रहे. अब इस सीरीज का अगला टेस्ट भी रावलपिंडी में ही खेला जाना है जो 30 अगस्त से शुरू होगा।
इस टेस्ट मैच में पाकिस्तानियों ने किए कई चूक, भुगता खामियाजा
पाकिस्तान ने इस मैच में स्पिनर अबरार अहमद को खिलाने के बजाए 4 प्रमुख तेज गेंदबाजों को उतारने का फैसला किया था जो चौंकाने वाला था।
पाकिस्तानी टीम इस उम्मीद में थी कि रावलपिंडी की पिच तेज गेंदबाजों को मदद पहुंचाएगी लेकिन एक दिन पहले हुई बारिश के कारण मैच वक्त पर शुरू नहीं हो पाया था और जब हुआ भी तो सिर्फ एक-डेढ़ घंटा तेज गेंदबाजों को मदद मिली।
बदकिस्मती से पाकिस्तानी टीम पहले बैटिंग कर रही थी और बांग्लादेश ने जल्द ही उसके 4 विकेट चटखा दिए थे। फिर भी मोहम्मद रिजवान और सऊद शकील के बेहतरीन शतकों के दम पर पाकिस्तान ने 448 रन के स्कोर पर पारी घोषित की। ये फैसला भी सवालों के घेरे में था क्योंकि पिच बैटिंग के लिए आसान हो गई थी और पाकिस्तान के पास मेन स्पिनर नहीं था।
इसका असर फिर देखने को भी मिला जब बांग्लादेश की बैटिंग शुरू हुई। पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने उनके विकेट हासिल जरूर किए लेकिन हर विकेट के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। फिर मुशफिकुर रहीम जब जमे तो उन्होंने पाकिस्तान की पूरी बॉलिंग को पस्त कर दिया।
रहीम ने एक शानदार शतक जमाया और सिर्फ 9 रन से डबल सेंचुरी से चूके। उनके अलावा शादमान इस्लाम ने 93 और मेहदी हसन मिराज ने 77 रन बनाकर टीम को 565 रन तक पहुंचाया और 117 रन की बढ़त हासिल की थी।