रांची: पांडेय गिरोह के नाम पर धमकी देकर बैंक से लोन दिलाने और कमीशन लेने के आरोप में सीआइडी रांची की टीम ने पतरातू में छापेमारी कर पांच लोगों को हिरासत में लिया है.
हिरासत में लिये गये लोगों में रंजीत सिंह उर्फ कमल और मो जमीर सहित तीन अन्य लोग शामिल हैं. हिरासत में लिये गये एक आरोपी के पास से बैंक का फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया गया है. उसने पूछताछ में कहा है कि वह पूर्व में बैंक के क्लर्क की गाड़ी चलाता था.
उसके कहने पर ही उसने कोरोना काल में फर्जी कार्ड बनाया था. मो जमीर पेशे से जूता चप्पल की दुकान चलाता है. जबकि कमल ने पूछताछ में कहा कि वह बैंक के लिए डिजिटल मार्केटिंग का काम करता है. खबर लिखे जाने तक सीआइडी के अधिकारियों ने किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है.
उल्लेखनीय है कि मामले को लेकर एसबीआइ रामगढ़ शाखा के प्रभात कुमार ने सीआइडी से शिकायतकी थी. उन्होंने बताया था कि वह रामगढ़ में फील्ड अफसर के पद पर हैं.
उन पर पतरातू रोड रोड नंबर आठ निवासी रंजीत सिंह और न्यू मार्केट निवासी मो जमीर द्वारा पांडेय गिरोह के नाम पर फर्जी दस्तावेज के सहारे लोन दिलाने का दबाव दिया जा रहा है. इंकार करने पर मो जमीर ने पांडेय गिरोह से गोली मरवाने की धमकी दी.
यह भी आरोप लगाया कि दोनों एसबीआइ के खाताधारक को फंसा कर उनसे कमीशन लेकर लोन का प्रोसेस कराते हैं. आरोपी शिकायतकर्ता से भी ऐसा करवाना चाहते थे.
इंकार करने पर पुलिस के पास झूठी शिकायत करने का भी दबाव बनाया जा रहा था. इस कार्य के लिए कमल ने पतरातू सरकारी आवास रोड बी टाइप में एक ऑफिस भी खोल रखा है. आरोपी द्वारा बैंक के काउंटर में भी अपने आदमी को भेजकर पेपर गायब करवा दिया जा रहा था.