रांचीः झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर भाजपा प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वर्मा ने कहा कि एक तरफ सीएम हेमंत सोरेन 8वीं नोटिस के बाद ईडी को पूछताछ केलिए अपने पास ही बुलाना चाहते हैं दूसरी ओर उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ईडी को धमकी भी दे रहे।
कहा कि ऐसे में तो मुख्यमंत्री को कैबिनेट से यह भी निर्णय कर लेना चाहिए कि राज्य के किसी व्यक्ति को पूछताछ के लिए अधिकारी अपने ऑफिस में नहीं बुलाएं। अधिकारी पूछताछ के लिए घर जाएं। क्योंकि कानून के नजर में सब बराबर हैं। जब अपराध के लिए सजा सबके लिए बराबर है तो फिर कानूनी प्रक्रिया भी बराबर होनी चाहिए।
पश्चिम बंगाल से भी ज्यादा भयावह स्थिति उत्पन्न कर सकती हेमंत सरकार
उन्होंने कहा कि झामुमो के बयान से साफ झलक रहा है कि मुख्यमंत्री के पास ईडी के सवालों का जवाब नहीं है। ईडी ने बार-बार बताया है कि आखिर मुख्यमंत्री को वह क्यों बुला रही है लेकिन वावजूद इसके झामुमो जनता को दिग्भ्रमित करने में जुटा है।
आगे कहा कि पूछे जाने वाले सवालों के संबंध में जिस प्रकार से झामुमो ने मखौल उड़ाया है यह झामुमो के दिवालियापन को दर्शाता है। झामुमो बौखलाहट में है। झामुमो को बताना चाहिए कि उनका सहयोगी दल कांग्रेस सत्ता में रहकर राजद सुप्रीमो पर किस राजनीतिक विद्वेष से कारवाई करवाती थी। लालू यादव पर सीबीआई की कारवाई राजनीतिक था या कानूनी प्रक्रिया।
हाल के चुनाव के परिणाम झामुमो को डराने लगे हैं
वर्मा ने कहा कि झामुमो और उनके सहयोगी दलों को जनता का आक्रोश स्पष्ट दिखलाई पड़ रहा परंतु सत्ता के चश्मे में उन्हें यह नहीं दिखाई पड़ रहा कि यह उन्हीं के खिलाफ है। छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश विधानसभा के परिणाम झामुमो को डराने लगे हैं। इसीलिए वे बार-बार इसका उल्लेख कर रहे। लेकिन जनता उन्हें माफ नहीं करने वाली।
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आगे उन्होंने कहा कि कौन सी ऐसी पूछताछ होती है जिसमें पहले से प्रश्न बता दिए जाते हैं। कोई इंटरव्यू लेने के लिए ईडी थोड़े बुला रही। उसके पास जमीन की लूट के साक्ष्य होंगे। और पकड़े गए लोगों से कुछ कागजात मिले होंगे तो फिर जो मुख्यमंत्री के स्तर की बात होगी वो तो उनके पार्टी के नेता नहीं न बता पाएंगे।
झामुमो नेता के धमकी भरे बयानों से स्पष्ट हो रहा है कि ये ईडी के अधिकारियों के साथ पश्चिम बंगाल में हुए वारदात से भी ज्यादा भयावह स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है।