Desk : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के तौर पर सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) के नाम की घोषणा कर दी है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को यह ऐलान करते हुए बताया कि पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में राधाकृष्णन के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगी। वे वर्तमान में महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल हैं और दक्षिण भारत में भाजपा के लोकप्रिय चेहरा माने जाते हैं। उनके समर्थक उन्हें ‘तमिलनाडु का मोदी’ कहकर संबोधित करते हैं।
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CP Radhakrishnan : बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री
राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुप्पुर (तमिलनाडु) में हुआ था। उनके पिता सीके पोन्नुसामी और माता के जानकी अम्मल थीं। उनका पूरा नाम चंद्रपुरम पोनुस्वामी राधाकृष्णन है। उन्होंने वीओ चिदंबरम कॉलेज, तूतीकोरिन से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। खेलों में भी उनकी गहरी रुचि रही है – वे टेबल टेनिस के कॉलेज चैंपियन रहे हैं और क्रिकेट, वॉलीबॉल व लंबी दौड़ में भी सक्रिय रहे हैं।
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CP Radhakrishnan : 16 वर्ष की उम्र में RSS से जुड़े
सिर्फ 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर सामाजिक सेवा और राष्ट्रनिर्माण की दिशा में कदम रखा। इसके बाद वे जनसंघ से भी जुड़े और फिर भाजपा में सक्रिय राजनीति में आए। उन्होंने 1998 और 1999 में तमिलनाडु के कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद के रूप में जीत दर्ज की। हालांकि बाद में उन्हें तीन बार लोकसभा चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ा।
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CP Radhakrishnan : झारखंड के राज्यपाल रह चुके
सीपी राधाकृष्णन का प्रशासनिक अनुभव बेहद व्यापक रहा है। वे 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल रहे। इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी में भी अतिरिक्त प्रभार के तहत राज्यपाल और उपराज्यपाल के रूप में कार्य किया। 31 जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।
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कई महत्वपूर्ण पदो पर रहे
वे 2003 से 2006 तक तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष रहे। उनके नेतृत्व में राज्य में संगठनात्मक मजबूती आई। उन्होंने लगभग 19,000 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा के माध्यम से समाज में अनेक मुद्दों पर जनजागृति लाई – जैसे समान नागरिक संहिता, आतंकवाद विरोध, नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान, अस्पृश्यता उन्मूलन और भारतीय नदियों का एकीकरण।
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वो संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्हें दक्षिण भारत के पहले ओबीसी नेता के रूप में उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर सामाजिक समरसता और प्रतिनिधित्व के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय यात्राएं और दृष्टिकोण
सीपी राधाकृष्णन ने 25 से अधिक देशों की यात्राएं की हैं, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन, जापान, UAE, इटली, इंडोनेशिया और बांग्लादेश प्रमुख हैं। उनका अंतरराष्ट्रीय अनुभव उन्हें वैश्विक मंचों पर भारत की बात रखने के लिए एक प्रभावशाली उम्मीदवार बनाता है। सीपी राधाकृष्णन की सादगीपूर्ण जीवनशैली, गहरी वैचारिक समझ और प्रशासनिक दक्षता उन्हें एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर एक मजबूत और संतुलित चेहरा बनाते हैं।
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