बायोमेट्रिक का क्लोन बनाकर लोगों को लगा रहा था चूना
रांची : सीआईडी की साइबर सेल ने असम के एक शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. जो लोगों को चूना लगाने के लिए बायोमेट्रिक का ही क्लोन बना लिया करता था. सीआईडी साइबर सेल की टीम ने आरोपी को धर दबोचा.
ये हुए ठगी के शिकार
वर्तमान में साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नए-नए पैंतरे का इस्तेमाल कर रहे हैं. साइबर अपराधी लोगों के बायोमेट्रिक का क्लोन बना चूना लगा रहे हैं. ऐसी ही ठगी के शिकार रांची के अवध पोद्दार नामक व्यक्ति जो कांके थाना क्षेत्र का रहने वाले हैं, उनके साथ हुई. जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत साइबर सेल में की.
साइबर सेल: क्लोन बनाकर की पैसे की निकासी
जब साइबर की टीम ने छानबीन की तो पता चला कि गणेश मंडल जो असम का रहने वाला हैं, उसने बायोमेट्रिक थंब इंप्रेशन का दुरुपयोग कर मशीन के माध्यम से पैसे की निकासी की थी. पहले उसने फर्जी दस्तावेज का प्रयोग करके बैंक मित्र का खाता खुलवाया और फिर पैसे का हस्तांतरित कर लिया गया.
कई सामान के साथ अपराधी गिरफ्तार
इस पूरे मामले की छानबीन करते हुए अपराध अनुसंधान विभाग ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए गणेश मंडल को गिरफ्तार किया है. इसके पास से मोबाइल दो सिम, पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक क्रेडिट कार्ड, रोइनेट सॉल्यूशन आईडी कार्ड एक, लैपटॉप एक, पासबुक बरामद किया है. मामले में जल्द ही सीआईडी गणेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी करेगी, ताकि यह पता चल सके कि बायोमेट्रिक थंब इंप्रेशन का दुरुपयोग करने में और कौन-कौन लोग शामिल हैं. यह टीम झारखंड के कहां-कहां सक्रिय हैं उसकी जानकारी पुलिस जुटाएगी.
साइबर सेल: क्या ना करें
- कोई भी व्यक्ति किसी भी बायोमेट्रिक थंब इंप्रेशन को बिना किसी परिचित के अपना थंब इंप्रेशन देने से बचें.
- बेवजह के एप्प डाउनलोड करने से बचें.
- किसी भी अंजान वेबसाइट पर अपनी उंगलियों के निशान दर्ज कराने से बचें.
- बायोमेट्रिक एप्प को काम होने के बाद एप्लीकेशन के माध्यम से उसे लॉक कर दें.
- यदि आपके साथ किसी तरह का साइबर क्राइम हुआ है तो 1930 पर कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं.
रिपोर्ट: मुर्शीद आलम