पुलिस से निराश मां-बाप ने  भिखारी बनकर खोजा अपने गुम बच्चों को

पुलिस से निराश मां-बाप ने  भिखारी बनकर बन खोजा अपने गुम बच्चों को

रांची: एक मां-बाप के लिए उनके बच्चे क्या होते हैं इसको समझना है, तो बिहार के हाजीपुर के रहने वाले सहानी दंपति के बारे में जानना चाहिए। जब भिखारी बनकर अपने दोनों गुम हुए बच्चों को दंपति ने खोज निकाला।

कुछ महीने पहले साहनी दंपति के बच्चे 14 साल का बड़ा बेटा और 11 साल का छोटा बेटा घर से खेलने के लिए निकला लेकिन देर शाम जब वह घर नहीं लौटे तो सहानी दंपति चिंतित हो गए।

आसपास बच्चों की खोजबीन की गई लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली इस मामले में पुलिस से संपर्क कर मामला दर्ज कराया गया लेकिन पुलिस ने आश्वासन के अलावा दंपति को कुछ नहीं दिया, निराश होने के बजाय दंपति ने अपने बच्चों को खुद खोजने का निर्णय लिया।

लगभग साढ़े तीन महीने तक बच्चों की खोज की इस दौरान महाराष्ट्र गुजरात राजस्थान मध्य प्रदेश गोवा बिहार के अलावा पड़ोसी देश नेपाल तक उनकी तलाश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली भिखारी का भेष धर जब खोजबीन शुरू की तब उन्हें पता चला कि भागलपुर रेलवे स्टेशन पर उसके बड़े बेटा है और भिखारी  गैंग  के चंगुल में फंस गया है

जब दंपति वहां पहुंचा तो उन्हें पता चला कि उनका बड़ा बेटा वहां से भाग गया है, बच्चों की खोज भिखारी के भेष में दंपति ने जारी रखी और उनकी कोशिश कामयाब हुई

बड़े बेटे के बीकानेर में होने का पता चला वहां पहुंचकर उन्होंने बड़े बेटे को खोज लिया इसके ठीक 15 दिनों बाद छोटा बेटा भी हावड़ा में उन्हें मिल गया।

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