Hazaribagh: जिले के बरकट्ठा प्रखंड में एनजीटी (राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण) की रोक के बावजूद अवैध बालू तस्करी का धंधा लगातार फल-फूल रहा है। दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक सैकड़ों ट्रैक्टर और टीपर वाहन बालू से लदे हुए सड़कों पर बेखौफ दौड़ते नजर आ रहे हैं।
Highlights
शनिवार की मध्यरात्रि को गोरहर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुआ मोड़ के पास एक सफेद बोलेरो और बालू लदे ट्रैक्टर में भीषण टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए, हालांकि गनीमत रही कि ट्रैक्टर चालक को सिर्फ मामूली चोटें आईं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन न तो किसी वाहन को जब्त किया गया और न ही उन्हें थाने ले जाया गया। यह घटना स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता और मिलीभगत को उजागर करती है।
Hazaribagh: प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
गोरहर से इचाक और टाटीझरिया होते हुए हजारीबाग तक हर दिन अवैध रूप से बालू लदे सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। जानकारी के अनुसार इस पूरे अवैध कारोबार में स्थानीय सफेदपोश, कुछ प्रशासनिक अधिकारी, और पुलिसकर्मी तक शामिल हैं, जो इस पूरे नेटवर्क को मैनेज कर रहे हैं।
एनजीटी की रोक के बावजूद इस तरह खुलेआम बालू का परिवहन सरकारी नियमों और पर्यावरण कानूनों की धज्जियां उड़ाने जैसा है।
स्थानियों में नाराजगी
लगातार हो रही अवैध बालू तस्करी और अब दुर्घटना के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से क्षेत्रवासियों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन इसी तरह मूकदर्शक बना रहा तो यह क्षेत्र अवैध कारोबार का अड्डा बनकर रह जाएगा।
रिपोर्टः पीयूष पाण्डेय