Kashi की बहू हैं Delhi की New CM आतिशी, लंका क्षेत्र में है निवास

आतिशी

डिजीटल डेस्क : Kashi की बहू हैं Delhi की New CM आतिशी, लंका क्षेत्र में है निवास। Delhi की New CM आतिशी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के काशी (Kashi) यानी बनारस या फिर यू कहें कि वाराणसी से गहरा नाता है।

इस समय Delhi में अगर सबसे ज्यादा किसी की चर्चा हो रही है, तो वो हैं आतिशी। Delhi की New CM आतिशी आम आदमी पार्टी की सीनियर नेताओं में से एक हैं और फिलहाल शिक्षा मंत्री के पद पर काम कर रही हैं।

आतिशी पहले सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करती थीं और बाद में जब आम आदमी पार्टी बनी तो वो भी पार्टी के साथ जुड़ गईं और इस तरह उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई।

लेकिन अभी तक कोई नहीं जानता था कि आतिशी के पति कौन हैं, कहां रहते हैं और वो कितने पढ़े लिखे हैं? दरअसल आतिशी के ससुराल वालों का मकान वाराणसी के बीएचयू के पास लंका क्षेत्र में है।

मिर्जापुर के मझवां ब्लॉक में है पति का पैतृक गांव, 2006 में हुई थी शादी

Delhi की New CM आतिशी को भले ही आज पूरा देश जानता हो, लेकिन उनके पति के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। कुछ को तो ये भी नहीं पता कि आतिशी की शादी भी हुई है। आतिशी का बनारस और पूर्वांचल से गहरा नाता है। वह काशी की बहू हैं।

मूलरूप से मिर्जापुर के मझवां ब्लॉक के अनंतपुर गांव के रहने वाले उनके पति का पूरा परिवार लंबे समय से वाराणसी के लंका क्षेत्र में निवास करता है। पति प्रवीण सिंह समाज सेवा से जुड़े हैं। उन्होंने आईआईटी Delhi से इंजीनियरिंग और आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बाद सोशल वर्क की राह पकड़ी।

आतिशी और प्रवीण की शादी 2006 में बनारस में धूमधाम से हुई थी। Delhi की सक्रिय राजनीति में आने से पूर्व तक काशी उनका स्थायी ठिकाना हुआ करता था। प्रवीण बनारस के पढ़े-लिखे, बौद्धिक और प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं।

आतिशी और उनके पति प्रवीण
आतिशी और उनके पति प्रवीण

राजनीति से कोसों दूर रहने वाले प्रवीण से Delhi में मिलीं थीं आतिशी

आतिशी के पति का नाम प्रवीण सिंह है। वह भी आतिशी की तरह ही काफी पढ़े लिखे हैं, लेकिन वो राजनीति से बहुत दूर ही रहते हैं। आतिशी और प्रवीण सिंह की मुलाकात Delhi में ही हुई थी। दोनों के अंदर ही समाज में बदलाव लाने और गांवों की दशा सुधारने का जुनून सवार था और यही जुनून उनके मिलने की वजह बना।

फिर धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और वो एक दूसरे को पसंद करने लगे। बाद में उन्होंने शादी कर ली।बताया जाता है कि आम आदमी पार्टी के गठन के बाद शुरुआत में आतिशी के पति भी उनके साथ जुड़े थे, लेकिन बाद में उन्होंने राजनीति से बिल्कुल ही किनारा कर लिया और सार्वजनिक तौर पर कभी आतिशी के साथ नजर ही नहीं आए।

आईआईटी और आईआईएम जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों से शिक्षा हासिल करने के बाद समाज कार्य में जुटे आतिशी के पति प्रवीण ने खुद को पूरी तरह इसी में समर्पित कर दिया है।

बता दें कि आतिशी ने सेंट स्टीफन कॉलेज से हिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया है, जबकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप पर पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। वहीं, उनके पति प्रवीण सिंह ने देश के दो बड़े संस्थान आईआईटी और आईआईएम से पढ़ाई के बाद कई बड़े संस्थानों में काम भी किया है।

उसमें अमेरिका की एक कंसल्टेंसी फर्म भी शामिल है। हालांकि उसके बाद वह सामाजिक कामों में लग गए और अपनी शिक्षा के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।

आतिशी
आतिशी

आतिशी देश की 17वीं महिला CM, Delhi की तीसरी महिला CM बनने का मिल रहा गौरव

भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद Delhi को अब तीसरी महिला मुख्यमंत्री मिलने जा रही हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में महिला मुख्यमंत्रियों की लिस्ट काफी लंबी है जिनकी कुल संख्या 16 है और आतिशी देश की 17वीं महिला मुख्यमंत्री होंगी।

पहले की महिला मुख्यमंत्रियों और आतिशी में सबसे बड़ा फर्क यह है कि पहले की सभी महिला मुख्यमंत्रियों के पीछे कोई न कोई ठोस आधार रहा है। वे या तो किसी प्रभावशाली परिवार से थीं, हैं या फिर बड़े संगठन से उभरकर सामने आईं।

दूसरी ओर, आतिशी एक ऐसी पार्टी में उभरीं जो एक जन आंदोलन के बाद बनाई गई और जिसका मजबूत जनाधार दिल्ली के अलावा केवल पंजाब में ही देखने को मिला है।

8 जून 1981 को जन्मीं आतिशी के पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और मां तृप्ता वाही हैं। उनकी पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल से हुई। आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में शिक्षिका रहीं आतिशी ऑर्गेनिक फार्मिंग में भी सक्रिय रहीं। बाद में वह भोपाल में कई एनजीओ के साथ काम करने लगीं।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के आंदोलन के दौरान वह प्रशांत भूषण के संपर्क में आईं और बाद में बनी आम आदमी पार्टी में सक्रिय हुईं। वह साल 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं और 2015 से 2018 तक दिल्ली के तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रहीं।

शिक्षा मंत्री के सलाहकार के तौर पर उन्होंने राज्य के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने, स्कूल प्रबंधन समितियों के गठन और निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि के लिए कड़े नियम बनाने में अहम भूमिका निभाई।वह आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की भी सदस्य हैं।

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टीह्ण ने आतिशी को पहली बार पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था और वह तीसरे स्थान पर रहीं थीं।

साल 2020 में आतिशी ने विधानसभा का चुनाव लड़ा और कालकाजी सीट से चुनी गईं। उस चुनाव में आप को दिल्ली के 70 में से 62 सीटें मिली थीं, जिनमें 8 महिलाएं चुनीं गई थीं। उसके बावजूद आतिशी ही नहीं, किसी भी महिला को अरविंद केजरीवाल की सरकार में जगह नहीं मिली थी।

बाद में दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा। वैसे में सामने आईं आतिशी। मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद साल 2023 में पहली बार वह केजरीवाल सरकार में शिक्षा मंत्री बनाई गईं।

तब से अलग-अलग मोर्चों पर सरकार और पार्टी को संभालती दिखीं। फिर तो हालात ऐसे हो गए कि केवल साल भर में वह शिक्षा मंत्री से सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गईं।

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