रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के चेरी-मनातू स्थित नए कैंपस का फरवरी 2025 में पहली बार नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की टीम निरीक्षण करेगी। इससे पहले, वर्ष 2019 में ब्रांबे स्थित पुराने कैंपस का निरीक्षण हुआ था, जिसमें विश्वविद्यालय को बी ग्रेड प्राप्त हुआ था। इस ग्रेड की अवधि 14 जुलाई 2024 को समाप्त हो गई।
नैक ग्रेडिंग से असंतुष्ट विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपील की थी, लेकिन पुनः बी ग्रेड ही दिया गया। अब नैक के दौरे को ध्यान में रखते हुए विवि प्रशासन ने अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं। विश्वविद्यालय अब शनिवार को भी खुलेगा। इमरजेंसी में छुट्टी के लिए कुलपति या रजिस्ट्रार की अनुमति आवश्यक होगी। शनिवार को काम करने की भरपाई बाद में की जाएगी।
सख्त अटेंडेंस नियम लागू
नैक निरीक्षण की तैयारियों के तहत अटेंडेंस अनिवार्य कर दी गई है। सभी अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को सुबह 9:30 बजे कैंपस में उपस्थित होना होगा। तीन दिनों तक देरी से आने पर संबंधित व्यक्ति के सीएल (कैजुअल लीव) में एक दिन की कटौती की जाएगी। बायोमैट्रिक अटेंडेंस के साथ उपस्थिति रजिस्टर में भी हस्ताक्षर करना होगा।
नैक की हालिया ग्रेडिंग में चार कॉलेजों को मिला सी ग्रेड
दिसंबर 2024 में जारी नैक की रिपोर्ट में झारखंड के चार कॉलेजों को सी ग्रेड मिला है। इनमें संत तुलसीदास कॉलेज, रेहला (1.66 सीजीपीए), बोकारो महिला कॉलेज (1.83 सीजीपीए), झारखंड कॉलेज, छुटावली डुमरी (1.74 सीजीपीए), और सूरत पांडेय डिग्री कॉलेज, गढ़वा (1.82 सीजीपीए) शामिल हैं। रांची विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
तैयारियों पर निगरानी के लिए कमेटी गठित
कुलपति ने निरीक्षण तैयारियों की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें आइक्वेसी निदेशक डॉ. रतन कुमार डे, नैक को-ऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष प्रो. केबी पांडा, और एडमिशन सेल के अध्यक्ष प्रो. जीपी सिंह शामिल हैं। यह कमेटी प्रतिदिन तैयारियों की मॉनिटरिंग करेगी।
नैक निरीक्षण के मद्देनजर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। बेहतर ग्रेडिंग की उम्मीद में सभी विभाग पूरी सक्रियता से कार्यरत हैं।