Ranchi– हैदर अली रोड का नाम बदलकर बंजरग नगर किए जाने से नाराज झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी के कार्यकर्ताओं ने एकरा मस्जिद चौक पर सरकार पुतला दहन किया. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा पहन सरकार इस मामले पर मौनव्रत धारण किए हुए है.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही वार्ड संख्या 10 के पार्षद और उपमहापौर ने फीता काट कोकर स्थित हैदर अली रोड का नाम बदल कर बजरंग नगर किया था. स्थानीय पार्षद के अनुसार नामांतरण की पूरी प्रक्रिया रांची नगर निगम से स्वीकृत है.
नगर निगम से नहीं ली गई नामांतरण की स्वीकृति, नगर आयुक्त भी नामांतरण में संलग्न
जबकि कुछ पार्षदों ने नगर आयुक्त से मिलकर यह जानना चाहा कि प्रस्ताव कब पारित किया गया. पार्षदों का कहना था कि जब नामांतरण का प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में आया ही नहीं तो इसकी स्वीकृति कैसे दी गई. पार्षदों ने नगर आयुक्त से मामले की जांच और कार्रवाई का आग्रह किया है. पार्षदों का कहना है कि इस पूरे मामले में नगर आयुक्त भी संलग्न है. यह कदम समाज को बांटने वाला है और हमारी गंगा युमनी तहजीब की साझी विरासत पर हमला है.
मोब्लिंचिंग जैसे संवेदनशील मामले पर भी कानून धरातल पर उतरता दिखाई नहीं देता
झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी नामांतरण की घोर निंदा करती है और सरकार से अपना मौन तोड़ने की मांग करती है. आखिर क्या कारण है कि सत्ता में बैठे मंत्रियों-विधायकों द्वारा झारखंड की सभ्यता- संस्कृति और एकता-अखंडता से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई नहीं हो रही. आये दिन मुस्लिमों पर विभिन्न तरह के अत्याचार किया जा रहा है. मोब्लिंचिंग जैसे संवेदनशील मामले पर भी कानून धरातल पर उतरता दिखाई नहीं देता.
नौकरी, शिक्षा और सत्ता में भागीदारी का वादा झुठा निकला
सरकार की चुप्पी से यह प्रतीत होता है कि चुनाव के समय में किया गया नौकरी, शिक्षा और सत्ता में भागीदारी का वादा झुठा है. सिर्फ धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा पहन कर सिर्फ वोट की राजनीति करती है. सरकार मुसलमानों को वोट बैंक समझना बन्द करे. यदि हैदर अली रोड का नाम यथावत नहीं रहा तो झारखंड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी. इस अवसर पर झारखण्ड मुस्लिम सेंट्रल कमिटी के संरक्षक पूर्व पार्षद मो०सलाउद्दीन उर्फ संजू, मुजीब कुरैशी,आजम अहमद,कार्यवाहक अध्यक्ष पूर्व पार्षद मो०असलम, कार्यवाहक सचिव नईम अख्तर, कोषाध्यक्ष डॉ०तारिक हुसैन,मीडिया प्रभारी नदीम इक़बाल,अफरोज आलम, नसीम गद्दी (पार्षद 45), मोख्तार अहमद, गुलाम जावेद, वारिस कुरैशी, मोहम्मद शकील, जावेद अख्तर,आरिफ खान,इरफान आलम,आरजू आलम,फ़ैयाज़ अफरोज खान,वारसी,सज्जाद कुरैशी,इमरान रजा, लतीफ आलम,सरवर खान,मोहम्मद फहीम,शकील राही, मोहम्मद एहसान, अलाउद्दीन अंसारी,अनवर अंसारी,अफजल खान,शफीकुर रहमान,अब्दुल बारीक,आदि सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहें.