मुजफ्फरपुर : बिहार के चर्चित मुजफ्फरपुर जिला का एमआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में कुछ दिन पूर्व शिक्षक और एंटी रैगिंग को-ऑर्डिनेटर पर हुए हमले के मामले में 2023 बैच के छह छात्रों के खिलाफ ब्रह्मपुरा थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद इंजीनियरिंग छात्रों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। आज एमआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर एमके झा, विभागाध्यक्ष, एसडीपीओ, थानाध्यक्ष, मीडिया कर्मी और अभिभावक के साथ छात्रों के प्रतिनिधित्व मंडल सदस्य शामिल हुए। इस बैठक में रैगिंग को लेकर बने सख्त कानून को लेकर गंभीरता पूर्वक चर्चा की गई। साथ ही बार बार कानून हाथ में लेने वाले छात्रों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की बात कही गई।
एंटी रैगिंग को लेकर बने सख्त कानून का उल्लंघन नहीं करने की बात कही
एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एमके झा और एसडीपीओ विनीता सिन्हा ने इंजीनियरिंग छात्रों के समूह को एंटी रैगिंग को लेकर बने सख्त कानून का उल्लंघन नहीं करने की बात कही। इस पूरे मामले पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसडीपीओ टाउन-2 विनीता सिन्हा ने कहा कि आज एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे। छात्रों पर दर्ज एफआईआर में जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
प्राध्यापक विपुल कुमार छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं – छात्र रितिक कुमार
वही एमआईटी कॉलेज के फाइनल ईयर के छात्र रितिक कुमार का कहना है कि प्राध्यापक विपुल कुमार छात्रों के साथ दुर्व्यवहार शोषण करते हैं। रैगिंग जैसी कोई बात नहीं हुई है। वहीं एमआईटी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मिथिलेश कुमार झा ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि यूजीसी और एआईटीसीई के मापदंड के अनुसार, एमआईटी कॉलेज में कॉलेज प्रशासन रैगिंग रोकने को लेकर कटिबद्ध है।
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संतोष कुमार की रिपोर्ट
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