एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त कार्यवाई,लोजपा (आर) नेता अयूब खान के घर छापेमारी मे एके-47, कार्बाइन और भारी मात्रा में कारतूस बरामद
सिवान : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सिवान में बड़ा पुलिस एक्शन देखने को मिला है । सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गाँव में बुधवार की सुबह एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता अयूब खान के घर पर छापेमारी की । इस दौरान पुलिस ने एके-47 रायफल, कार्बाइन, दोनाली बंदूक और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं ।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अयूब खान और उसके भाई रईस खान के गिरोह के सदस्य किसी बड़ी आपराधिक वारदात की साजिश रच रहे हैं । उसी सूचना के आधार पर देर रात एसपी मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में छापेमारी शुरू की गई ।
तीन आरोपी सहित हथियारों का जखीरा बरामद
एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कार्रवाई के दौरान तीन लोगों — अब्दुल कलाम आज़ाद, बाबू अली और समीना खातून — को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके घरों से निम्नलिखित हथियार बरामद किये गये।
* AK-47 रेगुलर रायफल — 1
* AK-47 लोडेड मैगजीन — 2
* AK-47 कारतूस — 143
* देशी कट्टा — 1
* 315 बोर की गोली — 2
* दोनाली बंदूक (DBBL) — 1
* 12 बोर के कारतूस — 3
* कार्बाइन — 1
* 9mm कारतूस — 19
आरोपी अयूब खान फरार ,एसपी ने जल्द गिऱफ्तारी की उम्मीद जताई
छापेमारी के दौरान अयूब खान और उसके कुछ सहयोगी मौके से फरार हो गए । पुलिस ने आसपास के खेतों और बागीचों में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन फिलहाल अयूब खान की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है । एसपी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में कई टीमें गठित की गई हैं और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है ।
राजनीतिक रसूख से फिर सक्रिय कर रहा था आपराधिक नेटवर्क
ग्यासपुर का अयूब खान हाल ही में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में शामिल हुआ था, जबकि उसका भाई रईस खान रघुनाथपुर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहा था । सूत्रों के मुताबिक, राजनीतिक रसूख के सहारे इन दोनों भाइयों ने अपने पुराने आपराधिक नेटवर्क को फिर से सक्रिय कर लिया था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इतनी बड़ी संख्या में हथियार कहाँ से आए और क्या इसका लिंक किसी बाहरी हथियार तस्करी गिरोह से है ।
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सिवान पुलिस और एसटीएफ की एक बड़ी सफलता
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने कहा, “यह कार्रवाई सिवान पुलिस और एसटीएफ की एक बड़ी सफलता है । हमने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है । इस नेटवर्क में शामिल हर व्यक्ति को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी । किसी राजनीतिक दबाव में आकर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी ।”
उन्होंने आगे बताया कि रईस खान पहले से ही 52 मामलों में आरोपित है और उस पर हत्या, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के गंभीर आरोप हैं । पुलिस को शक है कि बरामद हथियार चुनाव से पहले क्षेत्र में भय का माहौल बनाने के लिए जुटाए गए थे । आगे भी कई ठिकानों पर छापेमारी की जाएगी।
सियासत, शोहरत और संगीन हथियारों के इस खेल ने एक बार फिर सिवान की सियासत को हिला दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की यह कार्रवाई अपराध और राजनीति के गठजोड़ पर करारा प्रहार मानी जा रही है।
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रवि कुमार गुप्ता की रिपोर्ट….
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