कार्यरतकर्मियों को नियुक्ति पत्र बांट वाहवाही लूट रही है महाठगबंधन की सरकार


Patna-कार्यरतकर्मियों को नियुक्ति पत्र (Appointment letter to working personnel)-

बिहार में वर्तमान में महागठबंधन की नहीं बल्कि महाठगबंधन की सरकार चल रही है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा बेरोजगारों के आंखों में धूल झोंका जा रहा है.

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 4325 नवनियुक्त राजस्व कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बांटने का दावा सफेद झूठ है.

ये सभी 4325 राजस्व कर्मचारी अपने – अपने आवंटित अंचल कार्यालय में कार्यरत हैं.

नियुक्ति पत्र का वितरण सिर्फ आंकडो़ं की बाजीगरी है.

कार्यरतकर्मियों को नियुक्ति पत्र बांट वाहवाही लूटने की कोशिश

यह दावा है बिहार सरकार के पूर्व राजस्व मंत्री रामसुरत राय का.

उन्होंने दावा किया है कि इन सभी कर्मियों को 2 अगस्त 2022 को जिलावार आवंटन,

रैंडम कम्प्यूटर माध्यम से पारदर्शी तरीके से किया था,

उसी दिन राजस्व विभाग के वेबसाइट पर अपलोड भी कर दिया गया था.

बाद में संबंधित जिलाधिकारियों के द्वारा उन्हे नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया था.

सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी कर रहे हैं नीतीश

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी कर रहे हैं.

उनके इस खेल से यह भी स्पष्ट है कि 10 लाख नौकरी देने का वादा, वे लोग कैसे पूरा करेंगे?

हो सकता है कि आने वाले दिनों में,

विभिन्न विभागों में चार – पांच साल पहले से कार्यरत कर्मचारियों को भी,

तेजस्वी यादव फिर से नियुक्ति पत्र बांट कर,

राज्य के बेरोजगारों पर अपनी कृपा बरसाएंगे.

आप लोगों ने राज्य के युवाओं के साथ 10 लाख

और 20 लाख नौकरी देने का वादा नहीं बल्कि पाखंड किया है.

आप दोनों को अपने इस ढोंग के लिए अपनी गलती स्वीकार करते हुए,

राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

सीएम नीतीश कुमार आज जल 1006 नई नियुक्ति पत्र सौपेंगे

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