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Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित झारखंड कैबिनेट की बैठक में एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया। कैबिनेट ने सर्वसम्मति से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के नाम में संशोधन को मंजूरी दे दी है। अब यह विश्वविद्यालय वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाएगा।
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Jharkhand Cabinet : राज्य की ऐतिहासिक पहचान को सम्मान देने का काम
सरकार का कहना है कि यह फैसला राज्य के महान स्वतंत्रता सेनानी वीर बुधु भगत को सम्मान देने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। बुधु भगत झारखंड के पहले क्रांतिकारियों में गिने जाते हैं, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आदिवासी समुदाय का नेतृत्व किया था।
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इस निर्णय के बाद झारखंड की शैक्षणिक संस्थाओं में क्षेत्रीय और ऐतिहासिक महापुरुषों को स्थान देने की एक नई पहल देखी जा रही है। कैबिनेट सचिव वंदना दाड़ेल ने प्रेस वार्ता में बताया कि यह निर्णय राज्य की ऐतिहासिक पहचान को सम्मान देने और युवाओं में प्रेरणा जगाने के उद्देश्य से लिया गया है।
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लंबे समय से उठ रही थी मांग
बताते चलें कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के नाम को बदलकर वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय बनाने की मांग काफी लंबे समय से चली आ रही है। 2019 से पहले डीएसपीएमयू का नाम रांची कॉलेज था जिसके बाद इसका नाम बदलकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय किया गया।
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नामकरण होने के बाद से ही कई छात्र संगठनों ने आपत्ति जताई थी और इसको लेकर उग्र आंदोलन भी किया था। संगठनों की मांग थी कि जब झारखंड के इतने बड़े-बड़े स्वतंत्रता सेनानी हुए हैं तो फिर कॉलेज का नाम किसी बाहरी के नाम पर क्यों होगा। जिसके बाद से ही वीर बुधू भगत विश्वविद्यालय की मांग उठने लगी और इसको लेकर लंबे समय तक आंदोलन भी हुआ था।
कुंदन कुमार की रिपोर्ट–